यदि लापरवाही की तो नहीं मिलेगा वेतन
संवाद सहयोगी, नई टिहरी: किसानों की आय बढ़ाने के कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी सोनिका ने प
संवाद सहयोगी, नई टिहरी: किसानों की आय बढ़ाने के कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी सोनिका ने प्रभारी कृषि अधिकारियों को किसानों की मांग के अनुसार संसाधन उपलब्ध न कराने पर वेतन रोके जाने के निर्देश दिए। उन्होंने विकासखंड प्रभारियों द्वारा काश्तकारों से संपर्क न करने के मामलों को गंभीरता से लेते हुए दायित्वों के निर्वहन न करने पर कार्रवाई की बात कही। वहीं जो काश्तकार सहकारिता के सदस्य नहीं है उनकी एक सप्ताह में सूची तैयार कर सहायक निबंधक सहकारिता को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। जनपद में 150 अधिकारी एवं प्रभारियों को काश्तकारों की सहायता, संसाधन उपलब्ध कराने के लिए तैनात किया गया हैं। इसमें से 75 कृषि तथा 75 उद्यान विभाग के अधिकारी व कर्मचारी शामिल हैं।
जिलाधिकारी ने कृषि, पशुपालन विभाग को समन्वय स्थापित कर प्रत्येक न्याय पंचायत में 20 काश्तकारों की आय बढ़ाने के लिए निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के लिए ठोस कार्यवृत तैयार करने के निर्देश दिए। साथ ही, इसकी प्रतिदिन की प्रगति रिपोर्ट जिला मुख्यालय पर बनाए गए नियंत्रण कक्ष को उपलब्ध कराने को कहा। उन्होंने स्पष्ट कहा कि एक सप्ताह बाद दोबारा समीक्षा की जाएगी और चिन्हित काश्तकारों से बात भी करेंगी। यदि कहीं पर किसी कर्मचारी की लापरवाही मिली तो वेतन रोका जाएगा। बैठक में जिलाधिकारी ने कृषि, उद्यान विभाग के क्षेत्रीय कर्मचारियों व न्याय पंचायत प्रभारियों के द्वारा जनपद की सभी 75 न्याय पंचायतों में कोई ठोस उपलब्धि प्राप्त न किए जाने पर फटकार लगाते हुए निर्देश दिए कि आगामी समीक्षा बैठक के दौरान स्थिति स्पष्ट दिखनी चाहिए। जिलाधिकारी ने कहा कि चिन्हित काश्तकारों से नामित कर्मचारी सीधा संवाद कर उनकी वर्तमान स्थिति, खेती का प्रकार ¨सचित व असि¨चत, वर्तमान में काश्तकार की आय, उसकी आय को कैसे बढाया जा सके तथा जिस विभाग से उसे सहयोग दिया जाना है उसका भी स्पष्ट उल्लेख एक निर्धारित प्रपत्र पर किया जाए ।उन्होने जनपद के सभी 75 न्यायपंचायतों के चयनित 20-20 काश्तकारों की आय बढाने के लिए किस प्रकार का सहयोग चाहतें है उसे प्रदान किया जायेगा साथ ही जिलाधिकारी ने कहा कि काश्तकारों द्वारा उत्पादित फसलों, सब्जी, फलों व अन्य उत्पादों के लिए संग्रहण केन्द्र व विक्रय की व्यवस्था शासन के निर्देशों के अनुरुप की जायेगी। इस अवसर पर मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ पीएस रावत, मुख्य कृषि अधिकारी जेपी तिवारी, जिला उद्यान अधिकारी डा. डीके तिवारी आदि मौजूद थे।