आधा दर्जन मोटर मार्ग वर्षों बाद भी आरटीओ पास नहीं
फोटो 19 एनडब्ल्यूटीपी 2 संवाद सूत्र कंडीसौड़ थौलधार विकासखंड के मैण्डखाल- बंगियाल मोटर
संवाद सूत्र, कंडीसौड़:
थौलधार विकासखंड के मैण्डखाल- बंगियाल मोटर मार्ग सहित आधा दर्जन सम्पर्क मार्ग निर्माण के वर्षो बाद भी आरटीओ पास नही हासिल कर सके हैं। बावजूद इसके लोग जान जोखिम में डालकर यात्रा कर रहे हैं। विकासखंड के आधा दर्जन महत्वपूर्ण मार्गो का निर्माण तो वर्षो पूर्व हो गए थे, लेकिन मानक अनुरूप कार्य नहीं होने से भारी वाहनों के लिए सुगम नहीं हैं। इसी कारण आरटीओ पास भी नहीं हो पाया है। लोग वर्षो से जान जोखिम में डालकर यात्रा करने को मजबूर हैं।
वर्तमान में मैडखाल-बंगियाल एवं घुघतीढुंगा-मैण्डखाल मोटर मार्ग पर पीएमजीएसवाई से चल रहा सुधारीकरण कार्य भी पिछले दो वर्षो से चल रहा है। इस मोटरमार्ग के सुधारीकरण में धीमी गति से क्षेत्र की जनता को शीघ्र मोटर मार्ग का लाभ मिलने की उम्मीदें भी नजर नही आ रही है। 12 किमी लंबा मैण्डखाल-बंगियाल, भारी वाहन मोटर मार्ग लोनिवि चंबा ने वर्ष 2008 में बनाया था। आठ किमी लंबा मैण्डखाल-नागराजाधार गैर मार्ग लोनिवि खंड चंबा द्वारा 2010 में बनाया गया था। यही स्थिति कमान्द-बंगियाल, बंगियाल-ज्वारना, रतनौ-थौलधार तथा कमान्द-थौलधार, कांदलाबैण्ड-महेड़ा, उनियालगांव-नागराजाधार मार्ग की है। मानक के अनुरूप कटिंग न होने से मार्ग पर भारी वाहन नहीं चल पा रहे हैं। छोटे चार पहिया वाहनों का आवागमन जोखिम के साथ ही हो रहा है। वर्ष 2014 में आरटीओ निरीक्षण में यातायात योग्य मार्ग के न होने की रिपोर्ट लगी थी। बावजूद इसके लोनिवि की ओर से इस मार्ग के सुधारीकरण के प्रयास नहीं किए गये। वहीं वर्ष 2012-13 में क्षेत्रीय जनता ने इस मार्ग के सुधारीकरण एवं डामरीकरण की मांग जोर-शोर से उठाई है। जिस पर इस मार्ग के साथ घुघतीढुंगा-धमाडी़-मैण्डखाल मार्ग को जोड़ते हुए वर्ष 2015 में घुघती ढुंगा-मैण्डखाल-बंगियाल 21 किमी सुधारीकरण, चौड़ीकरण, डामरीकरण का कार्य पीएमजीएसवाई को लगभग पैंतीस करोड़ लागत के साथ दिया गया। पीएमजीएसवाई द्वारा वर्ष 2015-16 में में 21 किमी मार्ग का कार्य एक कंपनी को दे दिया गया। ठेकेदार की ओर से धीमी गति से कार्य किया जा रहा है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों की ओर से कार्य की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। प्रधान संगठन के ब्लाक अध्यक्ष महाबीर सेमवाल का कहना है कि इन मार्गो से दर्जनों गांव जुड़े हैं। दस वर्षो से मार्ग को आरटीओ पास कराने की मांग की जा रही है।
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चार मार्गो पर पीएमजीएसवाई का कार्य प्रगति पर है अगले तीन माह में डामरीकरण पूर्ण होते ही मार्ग भारी वाहनों के लिए पास हो जाएगा। अन्य मार्गो के प्रस्ताव भेजे गए हैं, धनराशि स्वीकृत होते ही सभी मार्ग सुगम यातायात योग्य हो जाएंगे।
किशोर कुमार
सहायक अभियंता लोनिवि।