पांच माह से सिस्टम से लड़ रहा बुजुर्ग
जागरण संवाददाता, नई टिहरी: प्राइवेट बस में किराया देने के बाद भी टिकट न दिए जाने से नारा
जागरण संवाददाता, नई टिहरी: प्राइवेट बस में किराया देने के बाद भी टिकट न देने से नाराज एक बुजुर्ग पिछले पांच माह से सिस्टम के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है, लेकिन अभी तक उसे न्याय नहीं मिल पाया है। चलालखेत निवासी बचन ¨सह चौहान सोमवार को जनता दरबार में अपनी शिकायत लेकर पहुंचे। बचन ¨सह ने कहा कि अगस्त 2018 में नई टिहरी से अपने गांव जाने और ऋषिकेश से नई टिहरी आने पर उन्होंने बस में किराये के पैसे दिए, लेकिन परिचालक ने उन्हें टिकट नहीं दिया, जबकि नियम के तहत उन्हें टिकट देना चाहिए।
सोमवार को जिला सभागार में आयोजित जनता दरबार में चवालखेत निवासी बचन ¨सह चौहान ने मुख्य विकास अधिकारी से शिकायत कर बताया कि अगस्त 2018 में वह नई टिहरी से दो किलोमीटर दूर अपने गांव चवालखेत तक बस में गए। परिचालक ने उनसे दस रुपये किराया लिया और टिकट नहीं दिया, जबकि किराया सरकारी मानकों के हिसाब से पांच रुपये से भी कम था। इसी तरह ऋषिकेश से भी वह नई टिहरी बस में आए, बस में 90 रुपये किराया दिया, लेकिन परिचालक ने टिकट नहीं दिया। जब परिचालक से उन्होंने टिकट मांगा तो उसने पूरी टिकट बुक ही उनको पकड़ा दी। इसकी शिकायत 23 अगस्त 2018 को उन्होंने एआरटीओ टिहरी से की थी, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इसके बाद अब जनता दरबार में उन्होंने शिकायत दर्ज कराई है। टिकट नियमानुसार हर सवारी को दिया जाना चाहिए, लेकिन बस संचालकों की मनमानी पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। सीडीओ आशीष भटगाई ने इस मामले में तत्काल एआरटीओ निखलेश ओझा को नियमानुसार कार्रवाई के निर्देश दिए। जनता दरबार में कुल 21 शिकायतें दर्ज की गई। इस अवसर पर डीएफओ कोको रोसे, अधिशासी अभियंता राकेश कुमार, डॉ. डीके तिवारी आदि मौजूद रहे। बुजुर्ग बचन ¨सह चौहान की शिकायत आई थी। इस संबंध में बस चालक - परिचालक से जवाब मांगा था, लेकिन अभी तक जवाब आया नहीं है। इसमें जल्द ही नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
निखलेश ओझा, एआरटीओ टिहरी गढ़वाल