अस्पतालों की स्वास्थ्य सेवा पर समिति नाराज
संवाद सहयोगी, नई टिहरी: उच्च न्यायालय नैनीताल की ओर से कोविड-19 के तहत गठित जिला अनुश्रवण एवं निगरान
संवाद सहयोगी, नई टिहरी: उच्च न्यायालय नैनीताल की ओर से कोविड-19 के तहत गठित जिला अनुश्रवण एवं निगरानी समिति ने जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व राइंका का निरीक्षण किया। इस दौरान अस्पतालों की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था पर समिति ने नाराजगी जताई। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय जाजल में दो सौ आयुष किट में अभी तक केवल 40 का ही वितरण किया गया शेष आयुष किट अस्पताल में बंद रख मिली।
निरीक्षण में नरेंद्रनगर के सीएचसी भंगेली अस्पताल में कोविड से संबंधित बैनर व साइन बोर्ड लगा हुआ नहीं मिला। इस दौरान डॉक्टर जगदीश जोशी ने समिति के सदस्यों को बताया कि कुछ पैरामेडिकल स्टाफ जून माह से बिना सूचना के अनुपस्थित चल रहे हैं जबकि उनका वेतन प्रतिमाह आहरित हो रहा है। वहीं तहसील गजा में थरमल व सैनिटाइज मशीन उपलब्ध नहीं थी। सदस्यों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भंगेली खाड़ी व गजा में कोरोना से बचाव के लिए दी जा रही दवाइयों की जानकारी ली। साथ ही अस्पताल में साफ सफाई के निर्देश अस्पताल प्रशासन को दिए। सदस्यों ने राइंका जाजल, राइंका भैस्यारो का भी निरीक्षण किया तथा स्कूल प्रबंधन को कोरोना से बचाव के लिए छात्र-छात्राओं को जागरूक करने को कहा। उन्होंने स्कूल प्रबंधन को निर्देश दिए कि स्कूलों में अनिवार्य रूप से मास्क का प्रयोग किया जाए। समिति के सदस्य अशोक कुमार ने बताया कि निरीक्षण में सीएचसी भंगेली में कुछ स्टाफ अनुपस्थित मिला साथ ही यहां पर पानी की व्यवस्था भी नहीं थी इसके लिए अस्पताल प्रशासन को सख्त निर्देश दिए गए। समिति में जिला बार एसो. के अध्यक्ष शांति प्रसाद भट्ट भी मौजूद थे।