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उत्‍तराखंड : देश के सबसे लंबे डोबरा-चांठी सस्पेंशन ब्रिज का मुख्‍यमंत्री त्रिवेंद्र ने कि‍या उद्घाटन

टिहरी झील पर निर्मित देश के सबसे लंबे डोबरा-चांठी सस्पेंशन ब्रिज का उद्घाटन रविवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कि‍या। इस ब्रिज से टिहरी जिले के प्रतापनगर क्षेत्र की करीब ढ़ाई लाख की आबादी को लाभ मिलेगा। इस ब्रिज के निर्माण का कार्य 2006 में शुरू हुआ था।

By Sunil NegiEdited By: Published: Sun, 08 Nov 2020 11:05 AM (IST)Updated: Sun, 08 Nov 2020 11:40 PM (IST)
टिहरी झील पर निर्मित देश के सबसे लंबे डोबरा-चांठी सस्पेंशन ब्रिज का उद्घाटन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कि‍या।

टिहरी, जेएनएन। टिहरी झील पर नव निर्मित देश के सबसे लंबे डोबरा-चांठी सस्पेंशन ब्रिज का उद्घाटन रविवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कि‍या। इस ब्रिज से टिहरी जिले के प्रतापनगर क्षेत्र की करीब ढ़ाई लाख की आबादी को लाभ मिलेगा। इस ब्रिज के निर्माण का कार्य 2006 में शुरू हुआ था। डिजाइन फेल होने समेत तमाम कारणों के चलते लंबे समय तक निर्माण कार्य रुका रहा। ब्रिज की कुल लंबाई 725 मीटर है। इसमें सस्पेंशन ब्रिज 440 मीटर लंबा है, जबकि 260 मीटर आरसीसी डोबरा क्षेत्र की ओर और 25 मीटर स्टील गार्डर चांठी की ओर है। इस पर 15 टन तक भारी वाहन गुजर सकते हैं।

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टिहरी झील पर बने देश के सबसे लंबे सस्पेंशन पुल डोबरा चांठी के लोकर्पण अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि डोबरा पुल सिर्फ प्रतापनगर ओर टिहरी ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश में पर्यटन की नई परिभाषा है। इससे दुनिया भर के पर्यटक यहां आएंगे और डोबरा नया पर्यटक स्थल बनेगा। इस अवसर पर कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, संसद माला राज्यलक्ष्मी शाह, प्रभारी मंत्री धन सिंह रावत, विधायक विजय सिंह पंवार, धन सिंह नेगी, विनोद रतूड़ी आदि मौजूद रहे।

डोबरा-चांठी सस्पेंशन ब्रिज (झूला पुल) बनकर तैयार है। पुल के बनने से करीब ढाई लाख की आबादी की मुश्किलें कम हो जाएंगी। पहले जहां प्रतापनगर के लोगों को नई टिहरी बाजार पहुंचने में करीब चार से पांच घंटे लगते थे, लेकिन अब पुल के बनने के बाद ये दूरी घटकर सिर्फ डेढ़ से दो घंटे रह जाएगी। इसके साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं और शिक्षा के हालातों में भी सुधार होगा। डोबरा-चांठी सस्पेंशन ब्रिज झूला पुल का निर्माण कार्य वर्ष 2006 में शुरू हुआ था, लेकिन लापरवाही और तकनीकी कमी के चलते पुल का डिजायन फेल हो गया। इस कारण वर्ष 2010 में पुल का काम बंद करना पड़ा। तब तक पुल निर्माण पर 1.35 अरब की रकम खर्च हो चुकी थी। इसके बाद वर्ष उत्तराखंड सरकार ने पुल का नया डिजायन बनाने के लिए अंतराष्ट्रीय टेंडर किए। जिसके बाद दक्षिण कोरिया की कंपनी योसीन ने पुल का नया डिजायन बनाया और लोनिवि निर्माण खंड ने 1.35 अरब की लागत से 2016 में दोबारा निर्माण कार्य शुरू किय गया और अब पुल बन गया है।

एक बड़ी आबादी को जोड़ेगा पुल

टिहरी बांध प्रभावित टिहरी जिले के प्रतापनगर और उत्तरकाशी जिले के गाजणा क्षेत्र की एक बड़ी आबादी को जोड़ने वाले डोबरा-चांठी पुल की कुल लंबाई 725 मीटर है। इसमें सस्पेंशन ब्रिज 440 मीटर लंबा है। इसमें 260 मीटर आरसीसी डोबरा साइड और 25 मीटर स्टील गार्डर चांठी साइड है। इस पुल की कुल चौड़ाई सात मीटर है, जिसमें मोटर मार्ग की चौड़ाई साढ़े पांच मीटर है, जबकि फुटपाथ की चौड़ाई 0.75 मीटर है।

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