बोट पर उत्तराखंड सरकार, पहली बार टिहरी झील में हुई कैबिनेट की बैठक
पर्यटन को बढ़ावा देने का संदेश देने के लिए त्रिवेंद्र सरकार के मंत्रीमंडल की बैठक में उत्तराखंड में पर्यटन को उद्योग का दर्जा देने पर मुहर लगाई गई।
नई टिहरी: उत्तराखंड ने पर्यटन प्रदेश बनने की राह में अहम कदम बढ़ा दिए हैं। पर्यटन के जरिये राज्य की आर्थिकी को संवारने के साथ ही रोजगार के सैकड़ों नए मौके देने को लिए गए फैसलों पर मुहर लगाने को त्रिवेंद्र सिंह रावत मंत्रिमंडल ने अनूठी पहल करते हुए टिहरी झील में फ्लोटिंग मरीना (तैरती बोट) में बैठक की। पर्यटन को उद्योग का दर्जा देने को एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्योग) पॉलिसी में संशोधन पर मुहर लगाई। वहीं रोजगार के नए मौके सृजित करने को वीर चंद्र सिंह गढ़वाली योजना का दायरा बढ़ाकर क्याकिंग, टेरेनबाइकिंग, कैरावैन, एंग्लिंग, स्टार गेसिंग, बर्ड वॉचिंग, फ्लोटिंग होटल निर्माण, बेकरी, लॉंड्री समेत 11 नई गतिविधियों को जोड़ा गया है।
बजट की महत्वाकांक्षी घोषणा के मुताबिक 13 जिलों में 13 नए पर्यटन स्थलों को विकसित करने को मंजूरी दी गई।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बुधवार को कोटी कॉलोनी क्षेत्र में टिहरी झील में फ्लोटिंग मरीना में एतिहासिक बैठक हुई। बैठक में 13 बिंदु रखे गए। लेकिन थराली उपचुनाव की आचार संहिता लागू होने के चलते जोशीमठ क्षेत्र से जुड़े एक बिंदु को स्थगित कर दिया गया।
सरकार के प्रवक्ता व काबीना मंत्री मदन कौशिक ने मंत्रिमंडल के फैसलों को ब्रीफ किया। उन्होंने बताया कि एमएसएमई पॉलिसी में संशोधन कर पर्यटन से जुड़ी कई गतिविधियों को उद्योग का दर्जा दिया गया। अब कायाकल्प रिजॉर्ट, आयुर्वेद, योग, पंचकर्मा, बंजी जंपिंग, जॉय राइडिंग, सर्फिंग, कैंपिंग, राफ्टिंग जैसे उद्यम एमएसएमई नीति के तहत आएंगे।
इस क्षेत्र में आने वाले उद्यमियों को उक्त नीति के तहत तमाम सुविधाएं मिलेंगी। अन्य अहम फैसले में मेगा इन्वेस्टमेंट इंडस्ट्रियल पॉलिसी के तहत आयुष और वेलनेस को लाया गया है। इससे होटल, रिजॉर्ट, क्याकिंग, सी प्लेन उद्योग, आयुर्वेद, योग जैसी 22 गतिविधियां को शामिल किया गया है।
इन गतिविधियों के लिए आने वाले उद्यमों को सरकार की ओर से कई लाभ मिलेंगे। वीर चंद्र सिंह गढ़वाली योजना में 11 नई गतिविधियों के लिए उपकरणों की खरीद के लिए सहायता दी जाएगी। काबीना मंत्री मदन कौशिक ने बताया कि चालू वर्ष को रोजगार वर्ष के रूप में घोषित किया गया है। सरकार का उद्देश्य पर्यटन और रोजगार को आपस में जोड़कर राज्य के युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार के मौके उपलब्ध कराना है। उन्होंने बताया कि 13 जिलों में 13 नए पर्यटन स्थल चिह्नित कर उन्हें विकसित किया जाएगा।
कैबिनेट फैसले
-बजट घोषणा के मुताबिक प्रत्येक जिले में 13 नए पर्यटन स्थल घोषित
-वीर चंद्र सिंह गढ़वाली योजना का दायरा बढ़ा, क्याकिंग, टेरेंनबाइकिंग, कैरावनै, एंग्लिंग, स्टार गेसिंग, बर्ड वाचिंग समेत 11 गतिविधियां शामिल
-मेगा इन्वेस्टमेंट इंडस्ट्रियल पालिसी में संशोधन, आयुष व वेलनेस सेक्टर समेत 22 सेक्टर को मिलेगा लाभ
-सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्योग क्रय-विक्रय नियमावली में संशोधन, एमएसएमई पॉलिसी के दायरे में पर्यटन गतिविधियां
झील को दुनिया में पहचान बनाना उद्देश्य
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि टिहरी झील में कैबिनेट करने का उद्देश्य टिहरी झील को दुनिया में पहचान दिलाना है। आने वाले समय में टिहरी देश और दुनिया का प्रमुख पर्यटन स्थल बनेगा।
13 जिलों में चिह्नित 13 नए पर्यटन स्थल
जिले, स्थल
अल्मोड़ा, कटारमल
नैनीताल, मुक्तेश्वर
पौड़ी, खैरासैंण (सतपुली)
चमोली, गैरसैंण-भराड़ीसैंण
देहरादून, लाखामंडल
हरिद्वार, 52 शक्तिपीठ पार्क
उत्तरकाशी, हरकीदून, मोरी
टिहरी, टिहरी झील
रुद्रप्रयाग, चिरबटिया
ऊधमसिंहनगर, गूलरभोज
चंपावत, देवीधुरा
बागेश्वर, गरुड़ वैली
पिथौरागढ़, मोस्ट मानु
यह भी पढ़ें: कर्नाटक जीत ने दिए संकेत कि 2019 में जनता क्या चाहती है: सीएम
यह भी पढ़ें: हरीश रावत की निराशा का कारण पूरा प्रदेश जानता है: मुन्ना सिंह चौहान
यह भी पढ़ें: केदारनाथ के मौलिक स्वरूप से छेड़छाड़: पूर्व सीएम हरीश रावत