व्यापारिक केंद्र भल्डियाना वीरानी की कगार पर
संवाद सूत्र, कंडीसौड़: देश को रोशन करने वाले टिहरी बांध से प्रभावित थौलधार विकासखंड का प्रसिद्ध भल्डि
संवाद सूत्र, कंडीसौड़: देश को रोशन करने वाले टिहरी बांध से प्रभावित थौलधार विकासखंड का प्रसिद्ध भल्डियाना बाजार उजाड़ होने की कगार पर है। जबकि, एक समय में यह क्षेत्र का प्रमुख व्यापारिक केंद्र हुआ करता था।
झील में समा चुके ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे के एक भाग के बीच बसा भल्डियाना बाजार टिहरी झील भराव से पूर्व प्रतापनगर व थौलधार विकासखंड का मुख्य व्यापारिक केंद्र था। प्रतिदिन दूर दराज के सैकड़ों ग्रामीण घोड़े-खच्चरों लेकर अपनी रोजमर्रा की खरीदारी के लिए यहां पहुंचते थे। यहां पर बाजार में यात्रियों के लिए भी एक बाबा काली कमली की धर्मशाला थी। सरकारी प्रतिष्ठानों में यहां पर वन विभाग का चेक पोस्ट बैरियर, आपूर्ति विभाग का गल्ला बफर गोदाम, बैंक शाखा, स्कूल, पोस्ट ऑफिस, सिचाई विभाग का गोदाम, विद्युत विभाग का डिर्स्ट्रीब्यूट प्वाइंट, हाईस्कूल सहित अन्य विभागों के कैम्प कार्यालय भी थे। साथ ही लम्बगांव, प्रतापनगर, कमांद, धौंतरी आदि क्षेत्र के जाने के लिए एक छोटा बस स्टैंड भी था। 50 साल से होटल व अन्य व्यवसाय चला रहे भीम सिंह रावत, कुंवर सिंह कलूड़ा, स्थानीय निवासी बुद्धि सिंह रावत आदि का कहना है कि बाजार उजाड़ होने से एक-एक कर व्यापारी कस्बा छोड़ कर अन्यत्र जा रहे हैं। यहां के व्यापारियों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। थौलधार ब्लॉक ज्येष्ठ उप प्रमुख महावीरचंद रमोला का कहना है कि सरकार को टिहरी बांध से प्रभावित अन्य बाजारों के व्यापारियों की तरह भल्डियाना के व्यापारियों की तरफ ध्यान देना चाहिए। बाजार को विस्थापन प्रक्रिया में लिया जाना चाहिए या फिर झील किनारे बसे इस कस्बे को पर्यटन हब के रूप में विकसित किया जाना चाहिए।