सीएम ने गुरु कैलापीर को घोषित किया राजकीय मेला
संवाद सूत्र, घनसाली: भिलंगना प्रखंड के बूढ़ाकेदार में आयोजित तीन दिवसीय गुरु कैलापीर मेले के समापन प
संवाद सूत्र, घनसाली: भिलंगना प्रखंड के बूढ़ाकेदार में आयोजित तीन दिवसीय गुरु कैलापीर मेले के समापन पर पहुंचे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड के थौल मेले प्रदेश की पहचान हैं। इस दौरान सीएम ने गुरु कैलापीर मेले को राजकीय मेला घोषित किया। इसके साथ ही करीब आधा दर्जन घोषणाएं भी की। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने कैलापीर मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना की।
इस दौरान सीएम ने लोगों को स्वरोजगार से जुड़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्तर पर पलायन रोकने के लिए मत्स्य पालन, मशरूम की खेती के साथ लघु उद्योग लगाने की जरूरत है, जिसके लिए सरकार बड़े पैमाने पर अनुदान दे रही है। उन्होंने बूढ़ाकेदार के लिए बस सेवा शुरू करने की भी बात कही। साथ ही स्थानीय स्तर पर रोजगार मुहैया कराने के लिए डीएम को स्वयं सहायता समूह का पंजीकरण कराने को कहा। सीएम ने कहा कि प्रदेश में सड़कों की दशा सुधारने के लिए केंद्र से 48 करोड़ रुपये दिए गए हैं, जिसमें सबसे अधिक धन टिहरी की सड़कों की दशा सुधारने में खर्च किया जा रहा है। स्थानीय विधायक शक्तिलाल शाह ने मुख्यमंत्री के समक्ष 21 सूत्रीय मांग रखी। जिस पर सीएम ने शीघ्र मांग पूरी करने का भरोसा दिया। इस मौके पर टिहरी सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह ने गुरु कैलापीर मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए 10 लाख रुपये देने की घोषणा की। मेले के समापन पर लोक गायक नरेंद्र ¨सह नेगी और अनिल नेगी ने पलायन पर आधारित गीतों की प्रस्तुति देकर लोगों की आंखें नम कर दीं। इस अवसर पर ब्लॉक प्रमुख विजय गुनसोला, पूर्व विधायक बलबीर नेगी, जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण, भाजपा जिलाध्यक्ष संजय नेगी, आनंद बिष्ट, राम कुमार कठैत, चंद्र किशोर मैठाणी, धीरेंद्र नौटियाल, माल चंद बिष्ट, भूपेंद्र ¨सह, मंदिर के रावल अमरनाथ, रामानुज बहुगुणा आदि मौजूद रहे।
प्रदेश की खुशहाली की कामना की
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ¨सह रावत ने बूढ़ाकेदार धाम जाकर सबसे पहले दर्शन कर पूजा अर्चना की। उन्होंने प्रदेश की खुशहाली की कामना करते हुए बूढ़ाकेदार से आशीर्वाद लिया। इस दौरान उन्होंने मंदिर के इतिहास के बारे में भी जानकारी ली।
सीएम की घोषणाएं
- राजकीय मेला बना गुरु कैलापीर मेला
- बालगंगा और भिलंगना के संगम पर आस्था पथ का निर्माण।
- बालगंगा को अलग विकासखंड बनाने के लिए केंद्र की मदद लेकर नीति आयोग को प्रस्ताव भेजा जाएगा।
- बालगंगा महाविद्यालय का राजकीयकरण किया जाएगा।
- बूढ़ाकेदार के लिए शीघ्र रोडवेज सेवा शुरू की जाएगी।
- एलकेसी मोटर मार्ग के सुधारीकरण के लिए दोबारा सर्वे कराया जाएगा।