फलपट्टी के लिए बारिश वरदान
संवाद सहयोगी, नई टिहरी: इस बार हुई बारिश चंबा-मसूरी फलपट्टी के लए वरदान साबित होगी। पिछले लंबे समय स
संवाद सहयोगी, नई टिहरी: इस बार हुई बारिश चंबा-मसूरी फलपट्टी के लए वरदान साबित होगी। पिछले लंबे समय से लगातार हो रही बारिश से सेब उत्पादन बढ़ने की पूरी संभावना है। फलपट्टी में कहीं भी पेयजल स्त्रोत व सिचाई की सुविधा नहीं है। ऐसे में फलपट्टी के लिए बारिश लाभकारी मानी जा रही है। वर्षों बाद इस बार जमकर बर्फबारी के साथ ही बारिश भी काफी हुई है ऐसे में फलपट्टी के काश्तकारों के चेहरे खिले हैं। सेब के लिए प्रसिद्ध फलपट्टी में इस बार काश्तकारों को बारिश से फायदा मिलेगा।
चंबा-मसूरी फलपट्टी राज्य की प्रसिद्ध फलपट्टियों में सुमार है। 40 किमी भू-भाग में फैली इस फलपट्टी से करीब सात सौ से अधिक किसान जुड़े हैं। फलपट्टी में पानी की सबसे बड़ी समस्या बनी है। यहां पर कहीं भी पानी का स्त्रोत व सिचाई की सुविधा नहीं है जिस कारण फलपट्टी के काश्तकार बारिश पर निर्भर रहते हैं। कई बार बारिश नहीं होने के कारण काश्तकारों को काफी नुकसान भी उठाना पड़ता है। फलपट्टी में सेब के अलावा खुबांनी, पूलम, आड़ू आदि फलों का उत्पादन किया जाता है। फलपट्टी का सेब काफी प्रसिद्ध है यहां का सेब ऋषिकेश, देहरादून, दिल्ली, सहारनपुर आदि मंडियों में जाता है। इस सेब की स्थानीय बाजारों के अलावा बाहर भी काफी मांग है। फलों के अलावा यहां पर विभिन्न प्रकार की सब्जियों का भी उत्पादन किया जाता है। पानी के अभाव में काश्तकार पूरी तरह बारिश पर निर्भर रहते हैं। बारिश होने पर उत्पादन अच्छा होता है। इस बार सर्दियों में रेकार्ड बारिश हुई है। इस बार काफी बारिश हुई है जिस कारण काश्तकार खुश है और वह अब खेती तैयारी में जुट गए हैं। जड़ीपानी के काश्तकार चितामणी, सोहनलाल का कहना है कि इस बार काफी अच्छी बारिश हुई है जिससे बार अच्छा उत्पादन होने की संभावना है। खासकर सेब के लिए बारिश काफी फायदेमंद है। दो साल पूर्व बारिश काफी कमी होने से काश्तकारों को काफी नुकसान उठाना पड़ा था। जिला उद्यान अधिकारी ,डॉ. डीके तिवारी का कहना है कि इस बार काफी अच्छी बारिश हुई है इससे फलपट्टी को फायदा मिलेगा। बारिश से लंबे समय तक जमीन में नमी बनी रहेगी इससे इस बार फलपट्टी में अच्छा उत्पादन होने की संभावना है।