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भाजपा से नाराज 11 तीर्थ पुरोहितों ने पार्टी छोड़ी

संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: देवस्थानम बोर्ड के विरोध में तीर्थ पुरोहित अब सरकार के बाद भाजपा से भी ना

By JagranEdited By: Published: Sat, 07 Aug 2021 10:52 PM (IST)Updated: Sat, 07 Aug 2021 10:52 PM (IST)
भाजपा से नाराज 11 तीर्थ पुरोहितों ने पार्टी छोड़ी
भाजपा से नाराज 11 तीर्थ पुरोहितों ने पार्टी छोड़ी

संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: देवस्थानम बोर्ड के विरोध में तीर्थ पुरोहित अब सरकार के बाद भाजपा से भी नाराज हो गए हैं। शनिवार को कई तीर्थपुरोहितों ने न केवल केदारनाथ धाम में प्रदर्शन किया, बल्कि 11 तीर्थपुरोहितों ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया।

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शनिवार को तीर्थ पुरोहित केदारनाथ मंदिर परिसर में एकत्रित हुए और देवास्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर मंदिर परिसर से हेलीपैड तक जोरदार प्रदर्शन कर नारेबाजी की। इसके बाद मंदिर के बाहर धरना दिया। इस अवसर पर केदारसभा के अध्यक्ष विनोद शुक्ला ने कहा कि देवास्थानम बोर्ड का गठन होने के बाद से केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहित लगातार आंदोलन कर रहे हैं। अब इस आंदोलन में पुरोहितों के स्वजन भी कूद गए हैं। अब पुरोहितों के गांवों में भी देवस्थानम बोर्ड का विरोध किया जा रहा है। तीर्थ पुरोहित कई बार मुख्यमंत्री सहित अन्य मंत्रियों से मुलाकात करके बोर्ड को भंग करने की मांग कर चुके हैं, लेकिन बोर्ड भंग होने के बजाय बोर्ड का विस्तारीकरण किया जा रहा है, जिसके बाद अब पुरोहितों का आंदोलन उग्र होता जा रहा है। केदारनाथ धाम तीर्थ पुरोहित समाज के अध्यक्ष विनोद शुक्ला ने कहा कि अब बोर्ड के विरोध को लेकर केदारनाथ धाम में आमरण अनशन किया जाएगा।

वहीं, शनिवार को भाजपा से जुड़े तीर्थपुरोहितों में 11 ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से ही त्यागपत्र दे दिया है, इनमें दीपनारायण शुक्ला, देवेंद्र शुक्ला, संजय शुक्ला, मुकेश बहुगुणा, अरविद शुक्ला, अमित बगवाड़ी, हजारी प्रसाद सेमवाल, सतीश शुक्ला, प्रियांशु तिवारी, पवन कुमार, ललित शुक्ला शामिल हैं। केदारसभा के अध्यक्ष विनोद शुक्ला ने बताया कि यदि सरकार ने शीघ्र देवस्थानम बोर्ड भंग नहीं किया तो तीर्थपुरोहित उग्र आंदोलन शुरू करेंगे।


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