केदारनाथ धाम रुद्रप्रयाग से देखा जाएगा लाइव, जानने के लिए पढ़ें खबर
तीर्थ यात्रियों को यात्रा से पूर्व केदारनाथ एवं वहां चल रही गतिविधियों की जानकारी मिल सके। इसी के तहत रुद्रप्रयाग में बने लाइव वीडियो आपदा कंट्रोल रूम को जी मैक्स आइटी सर्विसेज लि. ने लोकल इंटरानेट नेटवर्क से जोड़ दिया है।
रुद्रप्रयाग। जून 2013 की आपदा ने केदारनाथ को लेकर लोगों में जिज्ञासाएं तो बढ़ाईं ही, आशंकाओं के प्रति भी उन्हें सतर्क कर दिया। अब लोग केदारनाथ जाकर वहां अध्यात्म एवं प्रकृति का सानिध्य तो पाना चाहते हैं, लेकिन यह मालूम करना भी नहीं भूलते कि परिस्थितियां जाने के लिए अनुकूल हैं या नहीं।
लोगों की इन्हीं आशंका एवं जिज्ञासाओं ने सरकार को ऐसा नेटवर्क विकसित करने के लिए मजबूर किया, जिससे लोगों को यात्रा से पूर्व केदारनाथ एवं वहां चल रही गतिविधियों की जानकारी मिल सके। इसी के तहत रुद्रप्रयाग में बने लाइव वीडियो आपदा कंट्रोल रूम को जी मैक्स आइटी सर्विसेज लि. ने लोकल इंटरानेट नेटवर्क से जोड़ दिया है। इसका फायदा यह होगा कि आगामी यात्रा सीजन के दौरान केदारनाथ एवं उसके पड़ावों के बारे में पूरी जानकारी समय से कंट्रोल रूम को मिलती रहेगी।
आपदा से पूर्व केदारनाथ में न तो संचार व्यवस्था दुरुस्त थी, यात्रियों के लिए बायोमैट्रिक पंजीकरण की सुविधा ही। नतीजा, आपदा में कितनी जन एवं पशु हानि हुई, इसका सही-सही आंकड़ा अब भी सरकार के पास नहीं है। यही वजह है कि आपदा से सबक लेते हुए पहले तो प्रदेश सरकार ने यात्रियों के लिए बायोमैट्रिक पंजीकरण की व्यवस्था की और फिर ऐसा लोकल इंटरानेट नेटवर्क शुरू किया, जो आपदा की घड़ी में बिना व्यवधान के सफलतापूर्वक कार्य कर सके।
पिछले साल तक यह नेटवर्क सोनप्रयाग से केदारनाथ के बीच ही काम कर रहा था, लेकिन अब इसे रुद्रप्रयाग में जिला आपदा कंट्रोल रूम से जोड़ दिया गया है।
वर्तमान में कंट्रोल रूम में लगाए गए एलइडी टीवी पर केदारनाथ क्षेत्र की सभी गतिविधियां लाइव देखी जा रही हैं। आगामी नौ मई को केदारनाथ धाम के कपाट खुलने से लेकर कपाट बंद होने तक नेटवर्क पर इसी तरह लाइव जानकारियां मिलती रहेंगी। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी आशीष सेमवाल ने बताया कि लिनचौली, रुद्रा प्वाइंट, केदारनाथ बेस कैंप व केदारनाथ मंदिर में हाई लेवल नाइट विजन कैमरे लगाए गए हैं, जो पल-पल का अपडेट कंट्रोल रूम को देंगे।
इसके लिए रुद्रप्रयाग के साथ ही दुर्गाधार, चौड़, डोबरा, ऊखीमठ व बसुकेदार में इसके टावर भी लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि यात्राकाल में सोनप्रयाग से केदारनाथ तक विभिन्न पड़ावों पर तैनात सेक्टर मजिस्ट्रेटों से वीडियो कालिंग की सुविधा भी इसमें शामिल है। नेटवर्क की जिम्मेदारी जी मैक्स आइटी सर्विसेज लि. कंपनी को सौंपी गई है। सेमवाल के अनुसार अब नेटवर्क को सचिवालय से जोड़ने की तैयारी है।
पढ़ें:-उत्तराखंड में चारधाम समेत चोटियों पर बर्फबारी, निचले इलाकों में हो रही है बारिश