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आधार नंबर है बैंक खाते से लिंक तो नहीं लगानी पड़ेगी बैंक की दौड़, घर बैठे पैसे निकाल सकेंगे आप

आपका आधार नंबर बैंक खाते से लिंक है तो आपको किसी भी बैंक खाते का पैसा निकालने के लिए ना ही एटीएम की दौड़ लगानी पड़ेगी और ना ही बैंक जाकर भुगतान पर्ची भरने की जरूरत है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Mon, 27 Apr 2020 03:38 PM (IST)Updated: Mon, 27 Apr 2020 09:21 PM (IST)
आधार नंबर है बैंक खाते से लिंक तो नहीं लगानी पड़ेगी बैंक की दौड़, घर बैठे पैसे निकाल सकेंगे आप

रुद्रप्रयाग, रविंद्र कप्रवान। अगर आपका आधार नंबर बैंक खाते से लिंक है, तो आपको किसी भी बैंक खाते का पैसा निकालने के लिए ना ही एटीएम की दौड़ लगानी पड़ेगी और ना ही बैंक जाकर भुगतान पर्ची भरने की जरूरत है। अब डाकघर की इंडिया पोस्ट पेंमेंट बैंक (आइपीपीबी) से जुड़ी आधार इनेबल पेमेंट सिस्टम (एईपीएस) की सुविधा से लोग डाकिए के माध्यम से अपने बैंक खाते से अपने घर पर ही जमा निकासी कर रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान यह सुविधा आम लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है।

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कोरोना योद्धा डाक सेवक एईपीएस सुविधा से लोगों को उनके घरों पर नगद भुगतान कर रहे है। पिछले एक माह के दौरान जिले में कुल एक हजार ट्रांजेक्शन के सापेक्ष 27 लाख रुपये की जमा-निकासी की गई। डाकघर की इस सुविधा से फर्जीवाड़ा रोकने के साथ ही पूरी पारदर्शिता के साथ लोगों को उनकी जमा राशि का भुगतान किया जा रहा है। भरदार क्षेत्र दरमोला के डाकसेवक बलवीर सिंह कप्रवान ने बताया कि वह योजना शुरूआत से ही इस योजना के प्रचार प्रसार में जुटे है। उन्होंने लाकडाउन के दौरान लगभग डेढ़ लाख का ट्रांजेक्शन किया है। बताया कि वह एईपीएस योजना के तहत लोगों को भुगतान उनके घरों पर ही कर रहे है।

वरदान

-लॉकडाउन में डाकघर की एईपीएस सुविधा बन रही वरदान

- सुविधा के तहत अब तक कुल 1000 से अधिक ट्रांजेक्शन

बैंक जाने की नहीं पड़ रही जरूरत

वर्ष 2018 में डाक विभाग की ओर से इंडिया पोस्ट पेंमेंट बैंक (आइपीपीबी) योजना का शुभारंभ किया गया था। साथ ही योजना को आधार इनेबल पेमेंट सिस्टम (एईपीएस) सुविधा से भी लैस किया गया था, जिससे राष्ट्रीयकृत बैंक के साथ ही अन्य बैंकों की नगदी निकालने के लिए बैंकों की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। ग्राहक नजदीकी डाकघर या डाकिए के पास जाकर नकदी आदान-प्रदान कर सकते हैं। इसके लिए संबंधित ग्राहक का बैंक खाता आधार से लिंक होना जरूरी होगा। नगदी आहरण के दौरान ग्राहक के आधार नंबर और फिंगर प्रिंट्र की जरूरत पड़ेगी। इस सुविधा के तहत एक दिन में ग्रामीण क्षेत्र में दस हजार और नगर क्षेत्र में 25 हजार रुपये भुगतान करने की लिमिट रखी गई है।

106 डाकघरों में मिल रही सुविधा

डाक विभाग के कोरोना योद्धा ड्यूटी में तैनात रहकर लोगों को घर पर धनराशि उपलब्ध करवा रहे हैं। जिले के विभिन्न स्थानों पर कुल 106 डाकघर स्थापित है, जिसमें 96 ग्रामीण डाकघर एवं 10 नगरीय कस्बे डाकघर शामिल है। जिले के अधिकत्तर पेंशन, किसान सम्मान निधि, मनरेगा, जनधन योजना के साथ ही आम लोगों के खाते राष्ट्रीकृत बैंकों में संचालित हो रहे है। जिससे इस दौरान कई लोग पैसे निकालने के लिए बैंक नहीं पहुंच पा रहे है। ऐसे में डाकघरों के ग्रामीण डाक सेवक एईपीस सुविधा के माध्यम से बैंकों में जमा लोगों के पैंसों का भुगतान उनके घरों पर ही कर रहे है। डाकघर के आईपीपीबी में खाता से ग्राहक बैंक में जमा धनराशि का बैलेंस, मिनी स्टेटमेंट और धनराशि आहरण की पर्ची भी हासिल कर सकता है।

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मुख्य डाकघर के डाक निरीक्षक विपिन भट्ट ने बताया कि डाक विभाग की आईपीपीबी योजना के तहत एईपीएस सुविधा जिले में सभी 106 छोटे बड़े डाकघरों शुरू की गई है। लोगों को घरों पर ही बैंक खाते में जमा धनराशि निकालने की सुविधा दी जा रही है। 

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