सरकारी प्राथमिक विद्यालयों से लगातार घट रहा छात्रों का ग्राफ
संवाद सहयोगी रुद्रप्रयाग सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में छात्र संख्या लगातार कम हो रही है वह
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में छात्र संख्या लगातार कम हो रही है, वहीं प्राईवेट स्कूलों की ओर परिजनों का रूख बढ़ता जा रहा है। तमाम योजनाओं के जरिए सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में छात्र संख्या बढ़ाने के तमाम प्रयास किए जाते रहे हैं, लेकिन संख्या बढ़ नहीं रही है। इस वर्ष भी शिक्षा विभाग के अधिकारी गांव-गांव जाकर एक अभियान छेड़े प्रवेशोत्सव मनाया जा रहा लेकिन इसका असर कुछ खास नही है।
केंद्र व राज्य सरकार शिक्षा के नाम पर प्रतिवर्ष करोड़ो रूपये पानी की तरह बहा रही है, ताकि सरकारी विद्यालयों में शिक्षा का स्तर बेहतर हो और छात्र संख्या बढ़े। लेकिन धरातल पर शिक्षा विभाग का प्रयास सार्थक होता दिखाई नहीं देता है। जनपद में पिछले तीन वर्षो में दर्जन भर से अधिक स्कूल बंद होकर उनपर ताले लटक चुके हैं। छात्र संख्या मानक से कम होने पर इन विद्यालयों को बंद कर दिया गया। अभी भी जिले में सौ से अधिक विद्यालय ऐसे हैं जिनकी छात्र संख्या लगातार कम हो रही है। कुछ विद्यालयों में तो छात्र संख्या दस के करीब है। सरकारी विद्यालयों में जिस तरह से शिक्षा की गुणवत्ता कम हुई है, उसे दुबारा शिक्षा विभाग को हासिल करने में काफी मशक्कत करनी होगी। परिजनों के प्रति विश्वास कामय करना होगा, साथ ही शिक्षा की गुणवत्ता को भी सही साबित करना होगा। एक पहलू यह भी है कि सरकारी विद्यालयों में गुणवत्ता और संसाधनों का भी कहीं न कहीं अभाव है। इसके चलते भी लोग अपने पाल्यों को प्राइवेट स्कूलों में प्रवेश दिला रहे हैं। शैक्षणिक गुणवत्ता के सुधार और संसाधन पर्याप्त रुप से मुहैया हो इसके लिए शासन स्तर से तमाम इंतजाम किये गए, मध्यान्ह भोजन आदि की भी व्यवस्था दी गई लेकिन अभिभावकों को आकर्षित करने में सब बेकार साबित हुई हैं। जिले में 539 प्राथमिक एवं 251 हाईस्कूल व जूनियर हाईस्कूल विद्यालयों में मिड डे मील योजना संचालित है। दैनिक जानकारी देने के लिए विद्यालयों को एसएमएस से जोड़ा गया है। विद्यालयों में बनने वाले मिड डे मील योजना का पूरा डाटा आनलाइन उपलब्ध हो रहा है।
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विवरण विद्यालय बच्चे
प्राथमिक विद्यालय 539 13210
जूहा व हाईस्कूल 251 11447
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सरकारी विद्यालयों में बच्चों का अधिक से अधिक प्रवेश हो इसके लिए शिक्षा विभाग व निदेशालय से अधिकारी कर्मचारी इन दिनों गांव-गांव जाकर प्रवेश उत्सव के तहत प्राथमिक सरकारी विद्यालयों मे प्रवेश लेने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। यह अभियान पूरे अप्रैल महीने चलेगा।
विद्याशंकर चतुर्वेदी,
जिला शिक्षा अधिकारी, बेसिक