सामूहिक भोज के साथ फूलदेई उत्सव का समापन
संवाद सहयोगी रुद्रपयाग जिले में बच्चों का मुख्य त्यौहार फूलदेई उत्सव का सामूहिक भोज के साथ
संवाद सहयोगी, रुद्रपयाग: जिले में बच्चों का मुख्य त्यौहार फूलदेई उत्सव का सामूहिक भोज के साथ समापन हो गया है। इससे पहले सुबह बच्चों ने रोज की तरह मठ-मंदिरों एवं घरों की चौखट पर घोघा डोली के संग में बंसत के गीतों के साथ फूल डालकर सभी घरों से खाद्य सामग्री एकत्रित की। सामूहिक भोज में बच्चों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
जिला मुख्यालय के साथ ही पूरी केदारघाटी में गत 15 मार्च से शुरू हुए फूलदेई उत्सव का शुक्रवार को विधिवत समापन हो गया है। मंगलवार की शाम को बच्चों ने फ्यूली, बुरांश, गुलाब,पंय्या समेत कई प्रकार के फूलों को रिगाल की टोकरी एवं अन्य बर्तन में एकत्रित किया। जिसके बाद हमेंशा की तरह बच्चों ने बसंत के गीतों के साथ मठ-मंदिर एवं घरों के चौखट में फूल डाले। इसके उपरान्त फुलारी टोलियों ने घरों से खाद्य सामग्री एकत्रित कर गांव के एक स्थान पर सामूहिक भोज तैयार किया। जिसमें छोटे-छोटे बच्चों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। केदारघाटी में बच्चों ने डोली में रखी घोघा देवता भोगमूर्ति एवं निचले क्षेत्रों में पत्थरों पर बनी मूर्ति की विशेष पूजा अर्चना की। इस दौरान बच्चों ने घोघा देवता की डोली को खूब नचाया। घोघा देवता को भोग लगाने के बाद बच्चों ने इसे प्रसाद के रूप में ग्रहण किया। बसंत के उल्लास को घर-घर बांटने की यह अपने आप में एक अनूठी परंपरा है। कई स्थानों पर तो पूरे गांव में सामूहिक भोज बनाकर इसे प्रसाद के रुप में खाने की भी परंपरा आज भी कायम है।