भाजपा-कांग्रेस में बाईपास का श्रेय लेने को होड़
संवाद सहयोगी रुद्रप्रयाग चारधाम यात्रा के लिए मुसीबत का सबब बने सिरोबगड़ स्लाइडिंग जोन की समस्
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग : चारधाम यात्रा के लिए मुसीबत का सबब बने सिरोबगड़ स्लाइडिंग जोन की समस्या अस्सी के दशक से चली आ रही है। अक्सर यहां पर बरसात में हाईवे बंद हो जाने से देश विदेश से आने वाले यात्रियों के साथ ही चमोली व रुद्रप्रयाग जनपद के लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। हालांकि अब विकल्प के रूप में सिरोबगड़ बाईपास का निर्माण तो शुरू किया जा रहा है, लेकिन अभी भी आने वाले कुछ और सालों तक यह समस्या बनी रहेगी। आगामी चुनाव में जनता के बीच यह मुद्दा भी प्रभावी तरीके से उठेगा। भाजपा जहां सिरोबगड़ बाईपास की स्वीकृति देकर इसका श्रेय लेना चाहेगी, वहीं कांग्रेस इंतजार कब तक को मुद्दा बनाकर जनता के बीच जाएगी। साथ ही बाईपास की स्वीकृति का श्रेय लेने के लिए भाजपा व कांग्रेस में भी होड़ मची है।
बद्रीनाथ हाईवे पर रुद्रप्रयाग व श्रीनगर के बीच स्थित सिरोबगड़ स्लाइडिंग जोन की समस्या वर्ष 1980 के दशक से चली आ रही है। लेकिन सालों बाद भी इसका ठोस समाधान नहीं हो पाया है। यहां पर बरसात में तो यातायात अक्सर अवरुद्ध होता ही है, जबकि पूरे वर्ष भर पत्थरों की बरसात होती रहती है, जिससे आवाजाही प्रभावित होती है। कई वाहन पहाड़ी से पत्थर गिरने के कारण क्षतिग्रस्त हो जाते हैं। सिरोबगड़ स्लाइडिंग जोन की समस्या के समाधान की मांग लंबे समय से जनता करती रही है। लेकिन इतना समय बीतने के बाद भी समाधान न होने पर स्लाइडिंग जोन से ही वाहनों को गुजरना पड़ता है। हालांकि ऑलवेदर रोड के तहत सिरोबगड़ स्लाइडिंग जोन के विकल्प के रूप में बाईपास का निर्माण शुरू हो गया है। लेकिन अब इसके श्रेय को लेकर कांग्रेस व भाजपा में ठनी है। सिरोबगड़ स्लाइडिग जोन के लिए कांग्रेस के समय में भी सर्वे कर विकल्प तैयार किए गए, जबकि भाजपा सरकार में भी इसके विकल्प को लेकर खूब पत्राचार किया। भाजपा कह रही है कि इस गंभीर समस्या का हल उन्होंने निकाला गया। भाजपा के जिला महामंत्री अनूप सेमवाल कहते हैं कि अस्सी के दशक से यह समस्या चली आ रही थी, लेकिन भाजपा की केंद्र सरकार ने सिरोबगड़ बाईपास की स्वीकृति प्रदान की और जल्द ही बाईपास का निर्माण हो जाएगा। वहीं कांग्रेस इसे अपनी उपलब्धि बताकर जनता के सामने जाएगी। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ईश्वर सिंह बिष्ट का कहना है कि वह सिरोबगड़ बाईपास का प्रस्ताव कांग्रेस की प्रदेश सरकार ने भेजा था, पूरा सर्वे कांग्रेस सरकार ने कराया। भाजपा को इसका श्रेय लेने का कोई मतलब नहीं बनता है।