भविष्य में साफ नजर आएगा शहर
संवाद सहयोगी रुद्रप्रयाग नगर पालिका परिषद रुद्रप्रयाग को स्वच्छ भारत मिशन के तहत केंद्र सरक
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: नगर पालिका परिषद रुद्रप्रयाग को स्वच्छ भारत मिशन के तहत केंद्र सरकार से 1.66 करोड़ की बजट की स्वीकृति मिल चुकी है। जिससे अब नगर स्वच्छता के क्षेत्र में चकाचक होने के साथ ही साफ सुथरा नजर आएगा। नगर पालिका की कॉम्पेक्टर मशीन शुरू होने से इन दिनों जैविक व अजैविक कूड़े की छंटाई अलग अलग किया जा रहा है।
रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय के साथ ही नगर पालिका भी है। यह केदारनाथ एवं बदरीनाथ धाम का मुख्य द्वार भी है। प्रतिवर्ष चारधाम यात्रा पर लाखों यात्री दर्शनों के लिए आते हैं। ऐसे में शहर में कूड़ा निस्तारण की पर्याप्त व्यवस्था न होने से यात्रियों को भी दो-चार होना पड़ता था। वर्ष 2006 में रुद्रप्रयाग नगर पंचायत से अपग्रेड होकर नगर पालिका दर्जा मिला था। पूर्व में नगर पालिका ने रैंतोली स्थित झिरमोली के पास सड़क किनारे ही कूड़ा निस्तारित कर उसे जला देती थी, लेकिन अब नगर पालिका के नाम इसी स्थान के पास 34 नाली राजस्व भूमि का स्थानांतरण हो चुका है। प्रतिदिन सफाई कर्मी मोबाइल वाहन एवं ट्रैक्टर ट्रॉली के माध्यम से कूड़दानों से कूड़ा एकत्रित कर रैंतोली इस भूमि पर खुले में निस्तारित किया जा रहा था। 22 मोहल्ला स्वच्छता समिति नियमित डोर टू डोर जाकर जैविक व अजैविक कूड़ा उठाने का कार्य किया जा रहा है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत डीएम के माध्यम से भारत सरकार को प्रस्ताव भेजा था, जिसके बाद पालिका को 1.66 करोड़ बजट की स्वीकृति मिल चुकी है। वहीं उम्मीद जताई जा रही है कि शीघ्र बजट की स्वीकृति मिल सकती है। शहर में कूड़ा निस्तारण के लिए बजट की स्वीकृति मिलने जहां शहर साफ-सुथरा एवं चकाचक नजर आएगा। वहीं अजैविक कूडे़ के बेचने एवं जैविक खाद की योजना से पालिका की आय में इजाफा होगा। स्वच्छ भारत मिशन के तहत भारत सरकार को 1.66 करोड़ की बजट की स्वीकृति मिल चुकी है। जिसके बाद शीघ्र बजट मिलने की उम्मीद है। बजट मिलने के बाद अब शहर स्वच्छता में साफ सुथरा नजर आएगा। वर्तमान में शहर में 22 मोहल्ला समितियों की ओर से घर घर जाकर जैविक व अजैविक कूड़ा निस्तारण किया जा रहा है। नगर को स्वच्छ व साफ बनाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है।
संजय रावत
अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका परिषद, रुद्रप्रयाग