मानव स्वयं को मानने लगा है भगवान:ब्यास
रुद्रप्रयाग: ब्यास आचार्य शिव प्रसाद ममगाईं ने कहा कि धर्म और शास्त्र सभी को जोड़ने की प्रेरणा देते ह
रुद्रप्रयाग: ब्यास आचार्य शिव प्रसाद ममगाईं ने कहा कि धर्म और शास्त्र सभी को जोड़ने की प्रेरणा देते हैं। आज धर्म के नाम पर शोषण होने लगा है। अनेक पखंडी अपने को भगवान का अवतार बताकर पुजवाने लगे हैं। इन कलयुगी अवतारों से सावधान रहना चाहिए। मानव भगवान का पुजारी या भक्त हो सकता है, कितु स्वयं भगवान कैसे हो सकता है।
ब्यास आचार्य शिव प्रसाद ममगाईं ने घरड़ा मखेत जखोली के पंचगांव गडला के नागराजा मंदिर में चल रही श्रीमद देवी भागवत कथा के प्रवचन दे रहे थे। उन्होंने कहा कि राम कृष्ण की सेवा का अधिकारी वही है जो माता पिता की सेवा करे भक्ति का मूल भगवान के बारे में ह्रदय से प्रेम उत्पन्न करना है जब आंतरिक प्रेम होने लगेगा तो प्रभु की उपासना सेवा बिना एक क्षण भी काटना कठिन हो जाएगा यही भागवत धर्म का प्रथम लक्षण है, बार बार कथा सुनना या संकीर्तन करना यही कल्याण मार्ग का सरल रास्ता है। इस अवसर पर विधायक भरत चौधरी ने विधायक निधि से बने सामुदायिक भवन का लोकार्पण किया। (संस)