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बदरीनाथ 29 और गौरीकुंड हाईवे 53 घंटे बाद खुला

बारिश और भूस्खलन के चलते बंद हुए बदरीनाथ और गौरीकुंड हाईवे बुधवार को खुल गए।

By JagranEdited By: Published: Wed, 05 Aug 2020 10:47 PM (IST)Updated: Thu, 06 Aug 2020 07:14 AM (IST)
बदरीनाथ 29 और गौरीकुंड हाईवे 53 घंटे बाद खुला
बदरीनाथ 29 और गौरीकुंड हाईवे 53 घंटे बाद खुला

जागरण टीम, गढ़वाल: बारिश और भूस्खलन के चलते बंद हुए बदरीनाथ और गौरीकुंड हाईवे बुधवार को खुल गए। बदरीनाथ हाईवे 29 घंटे बाद जबकि गौरीकुंड हाईवे 53 घंटे बाद खुल सका। उधर, मंगलवार रात हुई बारिश के कारण पांच घंटे से थिरांग के पास बंद पड़े गंगोत्री हाईवे को सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के जवानों ने सुचारू कर दिया।

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सोमवार रात को लामबगड़ में मलबा गिरने से बदरीनाथ हाईवे बंद हो गया था। मंगलवार को दिनभर हाईवे खोलने के प्रयास हुए पर खराब मौसम और लगातार मलबा गिरने के कारण उसे खोला नहीं जा सका। बुधवार को सुबह से ही हाईवे खोलने का कार्य आरंभ किया जा रहा था। नौ बजे के लगभग हाइवे पर यातायात सुचारू किया गया।

चमोली जनपद में 11 ग्रामीण मोटर मार्ग बारिश के कारण मलबा आने से अवरुद्ध हुए हैं, जिन्हें यातायात के लिए सुचारू करने का काम जारी है। बुधवार को तहसील चमोली में 22.4 मिमी, जोशीमठ में 7.0 मिमी, पोखरी में 3.00 मिमी, तथा घाट में 3.00 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई। जिले की प्रमुख नदियों में अलकनंदा नदी खतरे के निशान 957.42 मीटर के सापेक्ष 953.60 मीटर, नंदाकिनी खतरे के निशान 871.50 मीटर के सापेक्ष 868.12 मीटर तथा पिंडर नदी खतरे के निशान 773.00 मीटर के सापेक्ष 768.78 मीटर के स्तर पर बह रही हैं। ये सभी नदियां अभी खतरे के निशान से नीचे बह रही है।

इसी तरह, गौरीकुंड हाईवे रुद्रप्रयाग से 26 किमी दूर बांसवाड़ा में सोमवार दोपहर 12 बजे पहाड़ी से बोल्डर व मलबा आने के कारण अवरुद्ध हो गया था। इस रास्ते पर आवाजाही पूरी तरह बंद हो गई थी। मंगलवार को पूरे दिन मार्ग अवरुद्ध रहा। पहाड़ी से लगातार पत्थर गिरते रहे, जिससे मलबा नहीं हटाया जा सका। वहीं तीसरे दिन बुधवार को लगभग पांच बजे मार्ग यातायात के लिए खुल सका। केदारनाथ जा रहे यात्रियों को भी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा था। वहीं गुप्तकाशी में भी हाईवे करीब तीस मीटर धंस गया और आवाजाही बंद है। मंदिर मार्ग से छोटे वाहनों की आवाजाही हो रही है। हाईवे अवरुद्ध होने से यात्री व स्थानीय लोग बसुकेदार होकर आवाजाही कर रहे हैं, लेकिन यह मार्ग भी ¨सगल लेन होने से वाहनों की आवाजाही में खासी दिक्कत सामने आ रही है। इस बीच हाईवे पर वाहनों की लंबी कतार लगी रही। अधिशासी अभियंता जेपी त्रिपाठी ने कहा कि हाईवे पर लगातार पत्थर गिर रहे थे, जिस कारण हाईवे खोलने में दिक्कत आई है। देर शाम हाइवे यातायात के लिए खोल दिया गया है।

इधर, मंगलवार रात हुई बारिश के कारण थिरांग के पास बंद पड़ा गंगोत्री हाईवे बुधवार की सुबह दस बजे सीमा सड़क संगठन के जवानों ने सुचारू कर दिया। वहीं जनपद में उडरी मोटर मार्ग, भुक्की कुंजन मोटर मार्ग, धौंतरी सिरी मोटर मार्ग, भेला टिपरी मोटर मार्ग, कमद अंयारखाल मोटर मार्ग, चिन्यालीसौड़ ब्लाक का धरासू-जोगथ, जसपुर मोटर मार्ग भूस्खलन के कारण बाधित हैं।


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