Badrinath Highway : बदरीनाथ हाईवे से जुड़ेगी 25 ग्राम पंचायतों की 20 हजार की आबादी
वर्ष 2020-21 में नगरासू-कोठगी मोटरपुल निर्माण के लिए स्वीकृति मिली थी लेकिन बीआरओ की एनओसी न मिलने समेत कई कारणों के चलते मोटरपुल का निर्माण लटका रहा। इससे स्थानीय ग्रामीणों को करीब 20 से 25 किमी की अतिरिक्त दूरी तय कर जिला मुख्यालय पहुंचना पड़ रहा था। इसके साथ ही गांवों के बीमार लोगों को चिकित्सालय पहुंचने में काफी दिक्कतें उठानी पड़ रही थी।
रविन्द्र कप्रवान, रुद्रप्रयाग। तल्लानागपुर एवं दशज्यूला क्षेत्र की लगभग 25 ग्राम पंचायतों की 20 हजार की आबादी सीधे बदरीनाथ हाईवे से जुड़ सकेगी। लंबे इंतजार के बाद विश्व बैंक के सहयोग से अलकनंदा नदी पर 95 मीटर लंबे नगरासू-कोठगी मोटरपुल निर्माण को 19.75 करोड़ की स्वीकृति मिल चुकी है।
इससे अब क्षेत्रीय ग्रामीणों को अतिरिक्त दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी। उक्त मोटरपुल निर्माण के लिए निर्माणदायी संस्था लोनिवि जल्द ही वन विभाग के साथम मिलकर संयुक्त सर्वे करेगा। इसके बाद डिजाइन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद डीपीआर तैयार कर शासन को भेजेगा।
वर्ष 2020-21 में नगरासू-कोठगी मोटरपुल निर्माण के लिए स्वीकृति मिली थी, लेकिन बीआरओ की एनओसी न मिलने समेत कई कारणों के चलते मोटरपुल का निर्माण लटका रहा। इससे स्थानीय ग्रामीणों को करीब 20 से 25 किमी की अतिरिक्त दूरी तय कर जिला मुख्यालय पहुंचना पड़ रहा था। इसके साथ ही गांवों के बीमार लोगों को चिकित्सालय पहुंचने में काफी दिक्कतें उठानी पड़ रही थी। यहीं नहीं नवंबर 2021 में स्थानीय लोगों ने पुल निर्माण को लेकर आंदोलन भी किया था।
इस दौरान विधायक भरत सिंह चौधरी ने शीघ्र पुल निर्माण के लिए वित्तीय स्वीकृति दिलाने का भरोसा दिया था। वर्ष 2022 में पुल निर्माण के लिए प्रस्ताव तैयार कर वित्तीय स्वीकृति के लिए शासन को भेजा गया था। इसके बाद जनवरी में अलकनंदा नदी में 95 मीटर नगरासू-कोठगी मोटरपुल निर्माण के लिए विश्व बैंक से 19.75 करोड़ की स्वीकृति मिली। इससे ग्रामीणों की वर्षों पुरानी मांग भी पूरी हो चुकी है। मोटरपुल निर्माण का जिम्मा लोनिवि प्रखंड रुद्रप्रयाग को दिया गया है।
लोनिवि एवं वन विभाग पुल निर्माण के लिए संयुक्त सर्वेक्षण कार्य करेगा। पुल निर्माण का डिजाइन समेत तमाम औपचारिताएं पूर्ण होने के बाद विभाग पुल की डीपीआर तैयार करेगा। इसके बाद डीपीआर को स्वीकृति के लिए शासन को भेजा जाएगा। शासन की स्वीकृति मिलने के बाद ही टेंडर की औपचारिताएं शुरू की जाएंगी। क्षेत्र में पुल निर्माण होने से तल्लानागपुर एवं दशज्यूला क्षेत्र की 25 से अधिक ग्राम पंचायतें बदरीनाथ राष्ट्रीय हाईवे से जुड़ जाएंगी। इससे क्षेत्रीय गांवों के साथ ही कोठगी में निर्माणाधीन नर्सिंग कालेज को भी इसका लाभ मिलेगा। ग्रामीणों को अब गौचर जाने एवं जिला मुख्यालय पहुंचने से 20 से 25 किमी की अतिरिक्त दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी। इससे ग्रामीणों को यातायात के आवागमन में भी आसानी होगी।
विधायक भरत सिंह चौधरी ने बताया कि ग्रामीणों की नगरासू-कोठगी मोटरपुल निर्माण की वर्षों पुरानी मांग पूरी हो गई है। विश्व बैंक के सहयोग से 19.75 करोड़ के बजट की स्वीकृति मिल चुकी है। पुल निर्माण के लिए लोनिवि व वन अधिकारियों की ओर संयुक्त सर्वेक्षण कार्य किया जाएगा। पुल निर्माण होने से क्षेत्र की लगभग 20 हजार से अधिक की आबादी बदरीनाथ हाईवे से जुड़ सकेगी। इससे कोठगी में निर्माणाधीन नर्सिंग कालेज को भी लाभ मिलेगा।
नगरासू-कोठगी मोटरपुल के लिए विश्व बैंक की ओर से बजट की स्वीकृति मिल चुकी है। मोटरपुल निर्माण के लिए संयुक्त सर्वेक्षण के साथ ही पुल डिजाइन तैयार किया जाएगा। इसके बाद उक्त बजट के लिए डीपीआर तैयार करने के बाद वित्तीय स्वीकृति के लिए शासन को भेजा जाएगा। शासन से स्वीकृति मिलने के बाद पुल निर्माण के लिए टेंडर की प्रकिया की जाएगी। इसके बाद ही निर्माण कार्य शुरू हो पाएगा।
-इन्द्रजीत बोस, अधिशासी अभियंता, लोनिवि प्रखंड, रुद्रप्रयाग।