केदारनाथ से दो दिन बाद गुप्तकाशी लाए गएयात्रियों के शव
----------------------- जागरण टीम, गढ़वाल: केदारनाथ दर्शनों को आए महाराष्ट्र व बिहार के
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जागरण टीम, गढ़वाल: केदारनाथ दर्शनों को आए महाराष्ट्र व बिहार के दो यात्रियों की हृदयगति रुकने से मौत हो गई। दोनों यात्रियों की मौत रविवार को हो गई थी, लेकिन केदारनाथ में मौसम खराब होने के कारण उनके शव मंगलवार को हेलीकॉप्टर से गुप्तकाशी लाए जा सके। इसके अलावा केदारनाथ जाते हुए गुजरात की एक महिला यात्री की भी मंगलवार को हृदयगति रुकने से मौत हो गई। उधर, यमुनोत्री धाम में भी राजस्थान के एक यात्री ने हृदयगति रुकने से दम तोड़ दिया। इसके साथ ही चारों धाम में इस सीजन अब तक 83 यात्री हृदयगति रुकने से दम तोड़ चुके हैं।
रविवार को महाराष्ट्र के उल्हासनगर (ठाणे) निवासी लक्ष्मणनाथ पाकसमल डुसेजा (73) और बिहार के ग्राम आधारपुर (दरभंगा) निवासी रमेश चंद्र झा (64) अपने परिजनों के साथ केदारनाथ धाम पहुंचे थे। इसी बीच अचानक दोनों को सीने में तेज दर्द की शिकायत हुई। परिजन इससे पहले कि उन्हें केदारनाथ स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाते, वह दम तोड़ चुके थे। इसी बीच अचानक केदारपुरी में मौसम बिगड़ गया और पैदल मार्ग भी लिनचोली के बाद मलबा आने से बंद हो गया। जिस कारण दोनों शवों को गुप्तकाशी लाने के लिए मंगलवार तक का इंतजार करना पड़ा।
इसके अलावा आइटीबी हॉस्पिटल रोड, जिला मेहसाणा (गुजरात) निवासी रमिला बेन (64) की भी मंगलवार को केदारनाथ जाते हुए हृदयगति रुकने से मौत हो गई। उधर, वीआइओ ऑफिस, जाट की सराय, ¨हडौन (राजस्थान) से यमुनोत्री दर्शनों को आए नरेंद्र ¨सह बेनियाल (63) को जानकीचट्टी में भैरव मंदिर के निकट सीने में तेज दर्द की शिकायत हुई। इससे पहले कि परिजन नरेंद्र सिंह को अस्पताल पहुंचाते, वह दम तोड़ चुके थे। इसके साथ ही हृदयगति रुकने से यमुनोत्री धाम में अब तक 25 यात्रियों की मौत हो चुकी है। जबकि, केदारनाथ में यह संख्या 47, बदरीनाथ में नौ व गंगोत्री में दो है।