चारधाम दर्शनों को पहुंचे साढ़े पांच हजार यात्री
चारधाम में एकाएक यात्रियों की आमद बढ़ने से पुरानी रंगत लौट आई है।
जागरण टीम, गढ़वाल: चारधाम में एकाएक यात्रियों की आमद बढ़ने से पुरानी रंगत लौट आई है। कोरोना संक्रमण के चलते लगी बंदिशों के कारण अभी तक गिनती के ही यात्रा चारधाम पहुंच रहे थे। लेकिन, बंदिशें हटते ही बीते तीन दिनों से यात्रियों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। रविवार को 5557 यात्रियों ने चारों धाम में दर्शन किए। इनमें केदारनाथ पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या सर्वाधिक है।
रविवार को 2386 यात्रियों ने भगवान बदरी विशाल के दर्शन किए, जबकि शनिवार को यह संख्या 2274 थी। इसके साथ ही कपाट खुलने के बाद से अब तक बदरीनाथ धाम पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या 36597 पहुंच गई है। इसी तरह बाबा केदार के दर्शनों को लगातार दूसरे दिन ढाई हजार से अधिक यात्री पहुंचे। रविवार को 2675 यात्रियों ने बाबा के दर्शन किए। इनमें 1546 पुरुष, 1084 महिलाएं व 45 बच्चे शामिल हैं। गत 12 जून को यात्रा शुरू होने के बाद से अब तक 16781 यात्री केदारनाथ धाम पहुंच चुके हैं। उधर, धाम में यात्रियों की आमद बढ़ने से कई यात्रियों को कड़ाके की ठंड में खुले आसमान के नीचे अलाव जलाकर रात गुजारनी पड़ी।
गंगोत्री-यमुनोत्री धाम में धीरे-धीरे यात्रियों की आमद बढ़ने से यात्रा पड़ावों पर चहल-पहल नजर आने लगी है। रविवार को गंगोत्री धाम में 250 पुरुष, 40 महिला व 22 बच्चों समेत 312 यात्रियों ने दर्शन किए। जबकि, यमुनोत्री सिर्फ 184 यात्री पहुंचे। इनमें 121 पुरुष, 52 महिला व 11 बच्चे शामिल हैं।
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350 ने टेका हेमकुंड साहिब में मत्था
जोशीमठ: समुद्रतल से 15225 फीट की ऊंचाई पर स्थित हेमकुंड साहिब में अब तक 5250 श्रद्धालु मत्था टेक चुके हैं। रविवार को 550 श्रद्धालु गोविंदघाट से घांघरिया पहुंचे। जबकि, 350 ने दरबार साहिब में मत्था टेका। धाम के कपाट दस अक्टूबर को बंद किए जाने हैं। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के वरिष्ठ प्रबंधक सेवा सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते इस साल हेमकुंड साहिब के कपाट सिर्फ 36 दिनों के लिए ही खुले। जबकि, पूर्व में चार माह दस दिन के लिए कपाट खुलते थे।