मदकोटवासियों को कब मिलेगी कीचड़ से निजात
संवाद सूत्र मदकोट मदकोट कस्बे के लिए बनाई गई वैकल्पिक सड़क लोगों के लिए सिरदर्द बन गई ह
संवाद सूत्र, मदकोट: मदकोट कस्बे के लिए बनाई गई वैकल्पिक सड़क लोगों के लिए सिरदर्द बन गई है। कीचड़ से पटी सड़क पर आवागमन में लोगों को खासी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। कई बार मांग करने के बाद भी सड़क को पक्का करने के लिए पहल नहीं होने से क्षेत्र के लोगों में गहरा आक्रोश है।
वर्ष 2013 में आई भीषण आपदा में मदकोट कस्बे को जोड़ने वाली सड़क बह गई थी। कस्बा अलग-थलग पड़ गया था। कस्बे को जोड़ने के लिए 500 मीटर वैकल्पिक सड़क काटनी पड़ी थी। वर्तमान में मुनस्यारी जाने के लिए इसी सड़क का उपयोग हो रहा है। वैकल्पिक सड़क काटने के बाद इसे पक्का नहीं किया गया। हल्की सी बरसात होते ही कच्ची सड़क में कीचड़ भर जा रहा है। मौसम साफ होने पर लोगों को धूल की समस्या से दो चार होना पड़ता है। बेहद संकरी इस सड़क पर वाहन चलाने में चालकों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कई बार मांग करने के बाद भी सड़क की हालत सुधारने के लिए कोई पहल नहीं होने से क्षेत्र के लोगों में गहरा आक्रोश है। जौलजीवी से मुनस्यारी तक की सड़क की देखरेख का जिम्मा वर्तमान में सीमा सड़क संगठन के पास है, लेकिन संगठन इस सड़क को अपनी नहीं मानता। संगठन का कहना है कि यह सड़क उसके द्वारा नहीं काटी गई है, इसलिए देखरेख का जिम्मा उसका नहीं है। सड़क आपदा मद से लोनिवि द्वारा काटी गई, लोनिवि भी इसे विभागीय सड़क नहीं मानता। दो विभागों की रस्साकस्सी में क्षेत्र के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।