पश्चिम बंगाल के पर्वतारोही ने फतह की नंदा देवी ईस्ट
संवाद सूत्र मुनस्यारी 7434 मीटर ऊंची नंदा ईस्ट पर एक भारतीय पर्वतारोही ने फतह कर झंडा फहराया
संवाद सूत्र, मुनस्यारी: 7434 मीटर ऊंची नंदा ईस्ट पर एक भारतीय पर्वतारोही ने फतह कर झंडा फहराया है। दुर्गम मानी जाने वाली इस चोटी में चढ़ने में पश्चिम बंगाल निवासी पर्वतारोही प्रदीप कुमार को शेरपा और टीम लीडर का विशेष सहयोग मिला। इस वर्ष पोलैंड के बाद भारतीय पर्वतारोही नंदा देवी आरोहण में सफल रहे।
बीस अगस्त को पश्चिम बंगाल का चार सदस्यीय दल टीम लीडर राजशेखर नैती के नेतृत्व में मुनस्यारी से नंदा देवी को रवाना हुआ था। नंदा देवी बेस कैंप पहुंचने के बाद इस दल ने 7434 मीटर ऊंची नंदा देवी ईस्ट चोटी को समिट करना प्रारंभ किया। नंदा देवी में मौसम बेहद प्रतिकूल रहता है। इसके बाद भी अभियान जारी रहा। दल में शामिल एक पर्वतारोही प्रदीप कुमार बर साथ में गए शेरपा थुवा शेरपा की मदद तथा टीम लीडर के उत्साहवर्द्धन से 15 सितंबर को नंदा देवी ईस्ट चोटी चढ़ने में सफल रहे। नंदा देवी में आरोहण के बाद वहां पर झंडा फहराने के बाद बेस कैंप लौटे।
चार सदस्यीय दल और शेरपा शनिवार की देर सायं मुनस्यारी पहुंचे। रविवार की सुबह दल दिल्ली को रवाना हो चुका है। इस दल को ऑपरेट कर रहे बागेश्वर निवासी मोहन थे। उन्होंने बीते माहों में नंदा देवी अभियान में गए पोलैंड के दल को भी ऑपरेट किया था। पोलैंड का दल भी नंदा देवी चढ़ने में सफल रहा। बीस वर्षों से ट्रैकिंग के क्षेत्र में कार्य कर रहे मोहन पूर्व में पिंडारी ग्लेशियर से ट्रैकरों को ट्रेल पास भी पार करा चुके हैं। उन्होंने बताया कि मुनस्यारी क्षेत्र में ट्रेकिंग युवाओं के रोजगार का सबसे सशक्त माध्यम बन सकता है।
इस वर्ष नंदा देवी अभियान में तीन दल गए। जिसमें बिट्रेन, अमेरिका और आस्ट्रेलिया के संयुक्त दल के सात सदस्य बर्फीले तूफान का शिकार बने । जिसमें छह शव मिले और एक शव अभी भी नंदा देवी की बर्फ में दबा है। इसके बाद पोलैंड का दल अभियान में सफल रहा। इधर अब एक भारतीय पर्वतारोही शेरपा के साथ नंदा देवी अभियान में सफल रहा है। शनिवार सायं मुनस्यारी लौटे दल का स्वागत किया गया।