बुजुर्ग बोले, सबसे पहले गांव की सरकार
डीडीहाट/ बरम / धारचूला त्रिस्तरीय पंचायती चुनाव के तीसरे चक्र के मतदान में बुजुर्ग मतदाताओं का
जेएनएन, डीडीहाट/ बरम / धारचूला: त्रिस्तरीय पंचायती चुनाव के तीसरे चक्र के मतदान में बुजुर्ग मतदाताओं का उत्साह देखने योग्य रहा। एक दर्जन के आसपास अस्सी से लेकर 105 साल तक के वृद्ध मतदान के लिए पहुंचे। सभी का कहना था कि पहले गांव की सरकार फिर अन्य सरकार।
बुधवार को हुए मतदान में सबसे बुजुर्ग महिला विकास खंड मुनस्यारी के गैला पत्थरकोट बूथ पर पहुंची। चार किमी पैदल मार्ग खुद चल कर बूथ पर पहुंची बेलमती आमा को सब देखते रहे। उम्र 105 साल जिसकी पुष्टि उनके आधार कार्ड से हुई। इस उम्र में भी परिवार सहित गांव के मतदाताओं के साथ पहुंची। उनसे मतदान के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि वह 35 साल बाद मतदान कर रही है। सरकार को राजा बताने वाली बेलमती ने बताया कि उसने जब वह 70 साल की थी तो राजा चुनने को मतदान किया था और आज गांव के प्रधान को चुनने के लिए मतदान कर रही हैं। बेलमती का कहना था कि बदलाव होना चाहिए। गांवों तक सड़क होनी चाहिए। 24 सितंबर 1924 को जन्मी बेलमती के लाठी के सहारे चार किमी पैदल चल कर बूथ तक पहुंचने को लेकर सभी हैरान थे। परिजनों ने बताया कि वह आज भी अपने काम के अलावा घर के अन्य छोटे मोटे कार्य करती हैं और कभी बीमार नहीं पड़ती हैं।
धारचूला के गुंजी बूथ पर नब्बे वर्षीय वृद्धा विसमती भी मतदान को लेकर उत्सुक नजर आई। उन्होंने कहा कि वह हर बार मतदान करती हैं। धारचूला ब्लॉक के ही बरम बूथ पर पोते की पीठ पर चढ़ कर मतदान करने आए 102 वर्षीय चंद्र सिंह ने कहा कि गांव के विकास के लिए सभी को मतदान करना चाहिए। पंचायतों में पढ़े लिखे ईमानदार चुने जाने चाहिए। इसी बूथ पर मतदान करने पहुंची सौ साल की अनुली देवी ने कहा कि सभी को वोट करना चाहिए। वह वोट करना कभी नहीं छोड़ती है। डीडीहाट के हाट थर्प बूथ पर 85 साल की पार्वती पोते की गोद में चढ़ कर वोट करने पहुंची तो किरोली बूथ पर पोता अपनी नब्बे वर्षीय दादी को पीठ पर मतदान करने लाया। डीडीहाट के धारकोली बूथ पर 95 वर्षीय नंदी देवी बुर्फाल और आरएस खड़ायत भी मतदान के लिए पहुंचे।