केंद्रीय विश्वविद्यालय की मांग को लेकर लामबंद हुए छात्र
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ्: कुमाऊं में स्वीकृत केंद्रीय विश्वविद्यालय पिथौरागढ़ जनपद में खोले जान
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ्: कुमाऊं में स्वीकृत केंद्रीय विश्वविद्यालय पिथौरागढ़ जनपद में खोले जाने की मांग को लेकर छात्र फिर लामबंद हो गए हैं। छात्रों के समर्थन में जनमंच भी आगे आ गया है।
छात्रों ने बुधवार को इस मसले पर बैठक की। जिसमें वक्ताओं ने कहा कि उच्च शिक्षा की अच्छी व्यवस्था नहीं होने के कारण युवा पलायन को मजबूर हैं। राज्य के महानगरों में उच्च शिक्षा और तकनीकी संस्थान केंद्रित हो गए हैं, जिसका खामियाजा पर्वतीय जनपदों को भुगतना पड़ रहा है। कुमाऊं के हर जिले में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के शिक्षण संस्थान खुल चुके हैं, लेकिन सीमांत जिले को अभी तक वंचित रखा गया है। पिथौरागढ़ में केंद्रीय विश्वविद्यालय खुलने से चंपावत और बागेश्वर जनपद के युवाओं को भी इसका लाभ मिलेगा। उच्च शिक्षा का अन्य कोई विकल्प नहीं होने से जिला मुख्यालय स्थित एकमात्र महाविद्यालय में पूरा दबाव आ रहा हैं। संसाधनों की कमी से महाविद्यालय की शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह गड़बड़ा गई है। स्नातकोत्तर के बाद उच्च शिक्षा के लिए कोई विकल्प युवाओं के पास नहीं है। छात्रों ने इन स्थितियों को देखते हुए पिथौरागढ़ में केंद्रीय विश्वविद्यालय खोले जाने की मांग की है। बैठक में छात्र संघ अध्यक्ष राकेश जोशी, पूर्व अध्यक्ष महेंद्र रावत, कोषाध्यक्ष रमेश सिंह बिष्ट, जनमंच के संयोजक भगवान रावत, सह संयोजक सुबोध बिष्ट सहित तमाम छात्र मौजूद थे। बैठक के बाद केंद्रीय विश्वविद्यालय की मांग का ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को प्रेषित किया गया।