ऊंची चोटियों पर हिमपात से जनजीवन अस्त-व्यस्त
जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़: दो दिन आसमान बरसने से बाद सोमवार को राहत मिली। सुबह मौसम खुलन
जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़: दो दिन आसमान बरसने से बाद सोमवार को राहत मिली। सुबह मौसम खुलने के बाद सायं तक फिर मौसम का मिजाज बदल गया। दिन में हल्की बूंदाबांदी हुई। वहीं उच्च हिमालय में ऊंची चोटियो पर हिमपात हो रहा है और हल्की वर्षा हो रही है। जिले भर में आसमान घने बादलों से ढका है। मौसम के चलते अंतिम दो दलों के 40 यात्री तीसरे दिन भी गुंजी में ही फंसे हैं। उच्च हिमालय में मौसम के लगातार खराब रहने से हेलीकॉप्टर उड़ नहीं सके।
रविवार दिन भर आसमान बरसने के बाद सोमवार की सुबह मौसम खुलता नजर आया। दोपहर तक मौसम फिर करवट बदलने लगा। अपरान्ह को पिथौरागढ़ सहित कई स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी हुई। इसी के साथ मौसम एक बार फिर खराब हो चुका है। मुनस्यारी से मिली जानकारी के अनुसार उच्च हिमालय में ऊंची चोटियों में तीसरे दिन भी हिमपात हुआ। नंदा देवी क्षेत्र के नंदाकोट, नंदाघूंघट, बृजगंग, पंचाचूली सहित अन्य चोटियों में हिमपात हो रहा है। उच्च हिमालय में हल्की बारिश हो रही है। मौसम को लेकर माइग्रेशन में गए उच्च हिमालयी गांवों के ग्रामीणों की चिंताएं बढ़ चुकी हैं। मौसम के नहीं सुधरने पर ग्रामीणों को घाटियों वाले गांवों की तरफ उतरना पड़ेगा।
धारचूला तहसील के भी उच्च हिमालयी घाटियों दारमा और व्यास की चोटियों में हिमपात हो रहा है। कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग में नावीढांग तक हिमपात की सूचना मिली है। अलबत्ता अभी तक हिमपात नावीढांग के टॉप में हो रही है। वहीं नपलच्यू के टॉप पियर चोटी में ही हिमपात हो रहा है। उच्च हिमालय में मौसम खराब रहने से 17वें और 18वें दल के कैलास मानसरोवर यात्री तीसरे दिन भी गुंजी में ही फंसे रहे। मौसम खराब होने से हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर सके ।
रविवार को कहां कितनी वर्षा हुई
पिथौरागढ़ -- 19.4 एमएम
गंगोलीहाट - 26 एमएम
बेरीनाग - 19 एमएम
डीडीहाट -- 16 एमएम
धारचूला --- 16.4 एमएम
मुनस्यारी --- 23 एमएम