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सीवर लाइन, टैक्सी स्टेंड और नालियां बनी है मुद्दे

संवाद सूत्र, धारचूला : नगरपालिका बनने के बाद पहली बार हो रहे निकाय चुनावों में भारत, नेपाल औ

By JagranEdited By: Published: Sat, 10 Nov 2018 03:20 PM (IST)Updated: Sat, 10 Nov 2018 03:20 PM (IST)
सीवर लाइन, टैक्सी स्टेंड और नालियां बनी है मुद्दे
सीवर लाइन, टैक्सी स्टेंड और नालियां बनी है मुद्दे

संवाद सूत्र, धारचूला : नगरपालिका बनने के बाद पहली बार हो रहे निकाय चुनावों में भारत, नेपाल और चीन की त्रिकोणात्मक सीमा पर स्थित धारचूला नगर में सीवरेज सबसे बड़ी समस्या है तो टैक्सी स्टैंड की कमी नगर के सौंदर्य को फीका कर देती है। नालियों की कमी नगर के लिए मानसून काल में परेशानी का सबब बनी है।

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काली नदी किनारे नेपाल सीमा पर स्थित धारचूला नगर पंचायत बीते वर्षो में अपग्रेड नगरपालिका बन चुकी है। इस दौरान धारचूला नगर का भी विस्तार हो चुका है। नगर की सबसे प्रमुख समस्या सीवरेज है। जनता की प्रमुख मांग सीवरेज ही रही है। निकाय चुनावों में यह प्रमुख मुद्दा बना है। इसके अलावा नगर में स्थल की कमी से टैक्सी स्टैंड नहीं है। टैक्सी स्टैंड नहीं होने के कारण यहां बाजार के मध्य गुजरने वाली सड़क केमध्य में टैक्सियों को कतारबद्ध खड़ा किया जाता है। जिसमें मुश्किल से तीस के आसपास ही टैक्सियां खड़ी हो पाती है। जिसके चलते यहां पर हमेशा अफरातफरी का माहौल बना रहता है।

नगर के प्रवेश द्वार पर ही आए दिन जाम लगता है। ट्रैफिक व्यवस्था को नियंत्रण में रखना पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती बनी रहती है। नगर की प्रमुख सड़कों पर टैक्सियों के खड़े रहने से व्यापार प्रभावित होता है। इसी तरह नगर में नालियों की कमी है। नगर का भूगोल ही ऐसा है कि यहां नगर के ही बीच में नाला बहता है। मानसून काल में भूस्खलन भी होता है। धारचूला से व्यासनगर खोतिला मार्ग भूस्खलन की चपेट में है। निकाय चुनावों में ये मुद्दे छाए हैं।


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