जिले की चारों विधानसभा क्षेत्रों में बनेंगे सखी मतदान केंद्र
संवाद सहयोगी पिथौरागढ़ निर्वाचन आयोग द्वारा इस बार लोकसभा चुनाव में एक अनोखी पहल की गई ह
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: निर्वाचन आयोग द्वारा इस बार लोकसभा चुनाव में एक अनोखी पहल की गई है। आगामी 11 अप्रैल को होने वाले लोकसभा चुनाव में जिले में पहली बार कुल चार सखी बूथ बनाए जाएंगे। जिसमें पीठासीन अधिकारी से लेकर सुरक्षा कर्मी सभी महिलाएं होंगी। अल्मोड़ा संसदीय क्षेत्र की लोकसभा सीट पर सीमांत जिले से कुल 3, 68000 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। यह जानकारी जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे ने सोमवार को पत्रकार वार्ता के दौरान दी।
डॉ. जोगदंडे ने कहा कि सीमांत जिले में पूरी पारदर्शिता, निष्पक्षता व शांतिपर्ण ढंग से चुनाव संपन्न कराया जाएगा। मतदान प्रात: सात बजे से शाम पांच बजे तक होगा। चुनाव को लेकर 587 बूथ बनाए गए हैं। 11 बूथों को रिर्जव रखा गया है। जिले के चारों विधानसभाओं में 69 क्रिटिकल बूथ बनाए गए हैं। इन बूथों में पिछले चुनावों में 95 प्रतिशत मतदान हुआ था और 75 प्रतिशत मतदान एक ही पार्टी के पक्ष में हुआ। जिसे देखते हुए इन्हें संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है। इन बूथों में माइक्रो ऑब्जर्वर की तैनाती की जाएगी। इसके अलावा बोना बूथ को वर्नेवल श्रेणी में रखा गया है। जहां ऑब्जर्वर के साथ अतिरिक्त सुरक्षा बल की तैनाती की जाएगी। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि चुनाव को लेकर मतदान केंद्रों को 65 सेक्टर में बांटा गया है। प्रत्येक सेक्टर में 8 से 10 बूथ होंगे। चुनाव में सुरक्षा की दृष्टि को देखते हुए 15 चेक पोस्ट बनाए गए हैं। हर विधानसभा क्षेत्र में फ्लाइंग स्क्वाड की तैनाती की गई है। मतदान को लेकर पीठासीन अधिकारियों समेत कुल पांच हजार कर्मचारियों की तैनाती की गई है। जिनका प्रथम प्रशिक्षण 28 व 29 मार्च को एलएसएम पीजी कॉलेज में होगा। उन्होंने बताया कि मतदान को लेकर टेंडर प्रक्रिया भी पूर्ण कर ली गई है। चुनाव को लेकर सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स की दो कंपनियां भी पहुंच चुकी हैं। ======== इडीसी के जरिए मतदान कर सकेंगे मतदान कर्मी
मतदान ड्यूटी में तैनात पीठासीन अधिकारी/कर्मचारी ईडीसी (निर्वाचन ड्यूटी प्रमाण पत्र) के जरिय मतदान कर सकेंगे। जिले की चारों विधानसभाओं में 3200 पीठासीन अधिकारी व कर्मचारियों की तैनाती की गई है। चुनाव बहिष्कार को लेकर आ रही दूरदराज के ग्रामीणों की धमकी के बारे में जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशासन शतप्रतिशत मतदान को लेकर प्रतिबद्ध है। उनकी समस्याओं का प्रस्ताव बनाकर संबंधित विभाग तक पहुंचाया जा रहा है। ग्रामीणों को मनाने के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं।
========== मुख्यालयों में पहली बार बनेंगे सखी बूथ
लोकसभा चुनाव में पहली बार सखी बूथ बनाए जा रहे हैं। जिसमें पीठासीन अधिकारी से लेकर सुरक्षा कर्मी सभी महिलाएं होंगी। हालांकि पुरुष मतदाता भी इसमें वोट डाल सकेंगे। यह बूथ जिले की चारों विधानसभा क्षेत्र के मुख्यालय में सहुलियत के हिसाब से बनाए जाएंगे।
========= दिव्यांग, बुजुर्गों के लिए होगी वाहन, डोली व्यवस्था
मतदान केंद्र तक नहीं पहुंच पाने वाले बुजुर्गों व दिव्यांग मतदाताओं के लिए प्रशासन वाहन व डोली की व्यवस्था करेगा। जिन्हें घर से लेकर मतदान केंद्र तक लाया-ले जाया जाएगा। जिले में ऐसे बुजुर्ग व दिव्यांग मतदाताओं को चिन्हित किया जा रहा है। ======
पांच हजार नए मतदाता डालेंगे वोट
लोकसभा चुनाव में इस बार पांच हजार नए मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। मतदाता सूची में छूटे लोग अभी भी अपना नाम दर्ज करवा सकते हैं। इसके लिए निर्वाचन आयोग के टोल फ्री नंबर 1950 में संपर्क किया जा सकता है।
======= 970 शस्त्र हुए जमा
जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि आगामी 11 अप्रैल को होने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए अभी तक 970 लाइसेंसी शस्त्र जमा हो चुके हैं। इसके अलावा 239 लोगों पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई है।
======== पोलिंग पार्टियों के वाहनों में लगेगा जीपीआरएस
लोकसभा चुनाव को लेकर सीमांत जिले में 700 वाहनों का इस्तेमाल किया जाएगा। प्रत्येक पोलिंग पार्टी के वाहन में जीपीआरएस लगाया जाएगा। वाहनों की हर गतिविधि पर नजर रखी जाएगी। सी विजिल एप पर कर सकते हैं शिकायत
निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव को लेकर सी विजिल एप बनाया गया है। जिससे चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार व समर्थक आचार संहिता उल्लंघन करने पर आसानी से पकड़ में आ सकेंगे। कोई भी व्यक्ति इस एप का उपयोग कर राजनीतिक पार्टियों की आचार संहिता उल्लंघन करने संबंधी शिकायत कर सकता है। शिकायत मिलने पर 55 मिनट के अंदर कार्रवाई की जाएगी। इस एप के जरिए जिले में प्रशासन को अभी तक 42 शिकायतें मिल चुकी हैं।
=========
बगैर अनुमति के चुनावी सभा नहीं करेंगे राजनीतिक दल
लोकसभा चुनाव की आचार संहिता को देखते हुए कोई भी राजनीतिक दल बगैर अनुमति के चुनावी सभा नहीं कर सकेंगे। रात्रि दस बजे से सुबह छह बजे तक प्रचार-प्रसार बंद रहेगा। आचार संहिता 27 मई तक प्रभावी रहेगी।