साहब, गुरना माता मंदिर स्थित अमूल्य प्राकृतिक धारे को बचा दीजिए
रोड चौड़ीकरण कार्य के चलते पिथौरागढ़ गुरना माता स्थित प्राकृतिक धारे के अस्तित्व को खतरा पैदा हो गया है।
पिथौरागढ़, जेएनएन : हर रोज सैकड़ों यात्रियों को शीतल और स्वच्छ जल उपलब्ध कराने वाले गुरना माता मंदिर धारे के ऑलवेदर रोड चौड़ीकरण की चपेट में आने की आशंका है। इस आशंका से परेशान क्षेत्र के लोगों ने किसी भी कीमत पर क्षेत्र की पहचान इस धारे को बचाए जाने की मांग की है।
जिला मुख्यालय से लगभग 15 किमी. दूर गुरना माता का मंदिर है। इसी मंदिर के समीप प्राकृतिक धारा है। पिथौरागढ़ आने जाने वाले वाहन इस मंदिर पर रू कते हैं और सफर करने वाले यात्री इस स्रोत के शुद्ध और शीतल जल से अपनी प्यास बुझाते हैं। जिला मुख्यालय से बड़ी संख्या में लोग भी इस स्रोत का पानी पेयजल के रू प में उपयोग करते हैं। ऑल वेदर रोड निर्माण के लिए अब गुरना क्षेत्र में चट्टानों की कटिंग शुरू हो गई है। सड़क से लगे इस धारे के चौड़ीकरण की चपेट में आने की पूरी आशंका है। क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता एवं राज्य आंदोलनकारी बसंत भट्ट ने कहा है कि गुरना धारा पूरे जिले की पहचान है। इस पहचान को बनाए रखना जरू री है। पिथौरागढ़ से घाट के बीच इस तरह का कोई दूसरा प्राकृतिक जल स्रोत नहीं है। स्रोत नहीं रहा तो यात्रियों को ग्रीष्म काल में पेयजल के लिए खासा परेशान होना पड़ेगा। उन्होंने एनएच के अधिकारियों से मुलाकात कर इस स्रोत को हर हाल में बचाए जाने की मांग की है। एनएच के सहायक अभियंता पीएल चौधरी ने कहा है कि इस स्रोत को बचाने के पूरे प्रयास किए जाएंगे।