1.94 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन मुनस्यारी पेयजल योजना के दो टैंक तोड़ने की संस्तुति
1.94 करोड़ की लागत से बन रही पेयजल योजना के दो टैंकों को तोड़ने की संस्तुति तकनीकी जांच टीम ने दे दी है।
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: मुनस्यारी के लिए 1.94 करोड़ की लागत से बन रही पेयजल योजना के दो टैंकों को तोड़ने की संस्तुति तकनीकी जांच समिति ने कर दी है। तीसरे टैंक में रिसाव के बाद यह मामला फिर गरमा गया है।
दस माह पूर्व मुनस्यारी मुख्यालय के नजदीक पशुपालन विभाग परिसर और नया बस्ती में निर्माणाधीन टैंकों की गुणवत्ता पर जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने सवाल खड़े किए थे। मामला तूल पकड़ने लगा तो विभाग ने रातों रात एक टैंक में लेंटर डलवा दिया। इसके बाद आंदोलन शुरू हो गया। तहसील प्रशासन ने निर्माण सामग्री के नमूने लिए और तत्कालीन जिलाधिकारी विजय कुमार जोगदंडे ने टैंकों की जांच के लिए तकनीकी समिति का गठन कर दिया। अधिशासी अभियंता स्तर के अधिकारी को तकनीकी जांच सौंपी गई। जांच समिति ने पशुपालन विभाग परिसर और नया बस्ती के पास बने टैंकों की गुणवत्ता को बेहद खराब पाते हुए इन्हें तोड़कर नए टैंक बनाए जाने की संस्तुति कर दी है। यह जांच रिपोर्ट शुक्रवार को सामने आई।
बीते रोज योजना के तीसरे टैंक में पानी भरा गया। तकनीकी समिति ने टैंक में 28 दिन तक पानी जमा कर स्थिति की वास्तविकता का पता लगाने की संस्तुति की थी। टैंक में पानी भरने के पहले ही दिन रिसाव शुरू हो गया। विभाग ने रातों-रात टैंक खाली करा दिया। टैंक में रिसाव की जानकारी मिलते ही जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया मुखर हो गए हैं। उन्होंने कहा कि टैंकों की घटिया गुणवत्ता को लेकर उन्होंने जो सवाल उठाए थे वह तकनीकी जांच समिति की रिपोर्ट में सही साबित हो गए हैं। उन्होंने कहा है कि यह बेहद गंभीर मामला है। उन्होंने तीनों टैकों को अविलंब तुड़वाकर नया निर्माण करने के साथ ही संबंधित योजना के ईई, एई और जेई के खिलाफ कार्रवाई और ठेकेदार से सरकारी धन की वसूली कराए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि वे मंगलवार से इन मांगों को लेकर धरने पर बैठेंगे और दोषियों पर कार्रवाई नहीं होने तक चुप नहीं बैठेंगे।