हस्तांतरण के इंतजार में राजीव गांधी अभिनव विद्यालय
प्रदीप महरा, बेरीनाग: गरीब परिवार के बच्चों को आवासीय सुविधा के साथ बेहतर शिक्षा देने को लेक
प्रदीप महरा, बेरीनाग: गरीब परिवार के बच्चों को आवासीय सुविधा के साथ बेहतर शिक्षा देने को लेकर प्रदेश की सरकार कतई गंभीर नहीं लगती। इसका उदाहरण बेरीनाग में देखा जा सकता है। करोड़ों की लागत से तैयार राजीव गांधी आवासीय विद्यालय भवन का हस्तांतरण एक वर्ष से लटका हुआ है। मजबूर विद्यार्थी किराए का कमरा लेकर रहने को मजबूर हैं।
मेधावी और गरीब परिवारों के बच्चों को आवास सुविधा के साथ शिक्षा देने के उद्देश्य से बेरीनाग में राजीव गांधी अभिनव विद्यालय खोला गया था। बेहतर शिक्षा की उम्मीद में 160 परिवारों ने अपने बच्चों को इस विद्यालय में प्रवेश दिलाया। कक्षा छह से नौ तक की कक्षाएं फिलहाल इंटर कालेज के भवन में चल रही हैं। विद्यालय का अपना आवासीय भवन तैयार हुए एक वर्ष से अधिक समय बीत चुका है,लेकिन अभी तक भवन का हस्तांतरण नहीं हुआ है। मजबूर अभिभावकों को अपने बच्चों के लिए किराए का कमरा लेना पड़ रहा है। इससे गरीब परिवार खासा आर्थिक बोझ झेलने को मजबूर हैं। अच्छी शिक्षा और मुफ्त आवास सुविधा की उम्मीद में परिवार के चार बच्चों का प्रवेश विद्यालय में कराया था, लेकिन चार वर्ष बाद भी आवास की व्यवस्था नहीं हो पाई है। इससे परिवार को खासी आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ रहा है। सरस्वती देवी,अभिभावक
फोटो फाइल: 10 पीटीएच 08 पिछले तीन वर्षो से आवासीय सुविधा दिए जाने का आश्वासन दिया जा रहा है, लेकिन यह आश्वासन पूरा नहीं हुआ। मजबूर होकर अगले शिक्षा सत्र से बच्चों को विद्यालय से हटाने का निर्णय लेना पड़ रहा है। खीमा देवी,अभिभावक
फोटो: 10 पीटीएच 09 भवन का हस्तांतरण नहीं हुआ है, लेकिन गरीब परिवारों ने अपने बच्चों को यहां रखा हुआ है। भवन में पानी का संयोजन नहीं लगा है और बिजली का बिल भी उन्हें ही भुगतना पड़ रहा है। व्यवस्थाओं में सुधार की जरू रत है। बबीता कार्की
फोटो फाइल: 10 पीटीएच 10 भवन हस्तांतरण के लिए कई बार अधिकारियों से गुहार लगाई जा चुकी है,लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं हैं। गरीब परिवार आर्थिक बोझ उठा पाने की स्थिति में नहीं है। अगले शिक्षा सत्र में बच्चों को विद्यालय से निकालना मजबूरी होगी। नंदा देवी, अभिभावक
फोटो फाइल: 10 पीटीएच 11 आवासीय भवन बनकर तैयार हैं, ठेकेदार और विभाग को भवन में कार्य पूरा करने के साथ ही पेयजल संयोजन लगाने के लिए कई बार पत्र लिखे जा चुके हैं,लेकिन अभी तक भवन हस्तांतरण नहीं हुआ है। हरीप्रसाद लोहिया, प्रधानाचार्य एक वर्ष बाद भी भवन का हस्तांतरण नहीं होना गंभीर मामला है, विभागीय अधिकारियों को भवन हस्तांतरण के लिए निर्देशित किया जा रहा है। मीना गंगोला, विधायक,गंगोलीहाट