खबर का असर : सड़क में बनी तलैया हुई साफ, पगडंडी भी हटी
40 करोड़ खर्चने के बाद भी सातसिलिग-थल मार्ग की दशा बदहाल होने की खबर छपते ही लोनिवि हरकत में आ गया।
जासं, पिथौरागढ़: 40 करोड़ खर्चने के बाद भी सातसिलिग-थल मार्ग की दशा बदहाल होने की खबर छपते ही लोनिवि हरकत में आ गई। विगत कई माहों से मार्ग पर खड़ीकटिया, मेलापानी के पास बनी तलैया का पानी हटाने के साथ ही आरसीसी की पगडंडी हटा दी गई ।
रविवार के अंक में दैनिक जागरण ने 40 करोड़ से भी नहीं सुधरी सड़क की दशा शीर्षक से खबर प्रकाशित की। क्षेत्र में समाचार पत्र पहुंचने के चार घंटे के भीतर विभाग सक्रिय हो गया। विगत कई माहों से खड़कटिया, मेलापानी के बीच सड़क पर बनी ताल का पानी हटा दिया गया। इस हिस्से में सड़क के नाम पर केवल एक पगडंडी बची थी। दोपहिया वाहन चालकों को इस पगडंडी पर संतुलन साधना पड़ रहा था। जिसे लेकर आक्रोश व्याप्त था।
इस समय विधानसभा चुनाव चल रहे हैं। यह सड़क तीन विधानसभा सीटों पिथौरागढ़, डीडीहाट और धारचूला विधानसभा सीटों को जोड़ती है। सड़क का 90 प्रतिशत हिस्सा डीडीहाट विधानसभा क्षेत्र में पड़ता है। आने वाले दिनों में निर्वाचन संपन्न कराने के लिए डीडीहाट, गंगोलीहाट और धारचूला विधानसभा क्षेत्रों में मतदान सम्पन्न कराने के लिए मतदान पार्टियों को भी इसी मार्ग से जाना है। निर्वाचन के चलते विभाग ने विगत छह माह से बदहाल बने स्थलों का महज चार घंटे में ठीक कर दिया। क्षेत्र की जनता का आक्रोश भी समाप्त हो गया। ===== रिचार्ज के पैसे फुल वसूल, फिर भी नहीं मिल रही सेवा
संवाद सूत्र, बेरीनाग: तहसील क्षेत्र के जमुनानगर, टी स्टेट, बना बैंड क्षेत्र में विगत दो माह से बीएसएनएल समेत निजी संचार कंपनियों की सेवा बाधित चल रही हैं। इससे लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नेटवर्क नहीं होने से बच्चों की आनलाइन पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। संचार कंपनियों की बदहाल सेवा पर स्थानीय लोगों में आक्रोश बना हुआ है।
जमुनानगर, टी स्टेट, बना बैंड क्षेत्र में बड़ी आबादी रहती है। इन क्षेत्रों में बीएसएनएल व निजी कपंनी के टावर लगाए गए हैं, लेकिन इनका उपभोक्ताओं को कोई लाभ नहीं मिल रहा है। क्षेत्रीय निवासी मंजुल महेश्वर ने बताया कि संचार कंपनियों द्वारा रिचार्ज दर दो से तीन गुना बढ़ा दी गई हैं। बावजूद इसके उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएं नहीं मिल पा रही हैं। क्षेत्र में विगत दो माह से बीएसएनएल व निजी संचार कंपनी की सेवा बाधित चल रही है। नेटवर्क के लिए लोगों को पहाड़ी पर चढ़ना पड़ रहा है। वहीं, क्षेत्र की जनता को वर्तमान चुनावी समय में चुनावी गतिविधियों की भी जानकारी नहीं मिल पा रही है। कई बार शिकायत करने के बावजूद संचार कंपनियों इस ओर उदासीन बनी हुई हैं। उन्होंने कहा कि यदि शीघ्र संचार कंपनियों ने अपनी सेवाओं में सुधार नहीं किया तो क्षेत्र की समस्त जनता इन कंपनियों का बहिष्कार करने को बाध्य होगी।