बीडीओ के खिलाफ प्रधानों ने किया प्रदर्शन
पिथौरागढ़ में विकास खंड मूनाकोट में प्रभारी बीडीओ और पंचायत प्रतिनिधि के बीच हुए विवाद में प्रधानों ने बीडीओ के खिलाफ पद्रर्शन किया।
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़ : विकास खंड मूनाकोट में प्रभारी बीडीओ और पंचायत प्रतिनिधि के बीच हुए विवाद में बीडीओ को संबद्धीकरण खत्म कर दिया गया है। बीडीओ को उनके मूल विकास खंड कनालीछीना भेजा गया है। पंचायत प्रतिनिधियों ने बीडीओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर कलक्ट्रेट के समक्ष प्रदर्शन कर धरना दिया।
तीन दिन पूर्व विकास खंड मूनाकोट में प्रभारी बीडीओ गंगा सिंह बिष्ट और ग्राम प्रधान गैना विजय कुमार के बीच विवाद हो गया था। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर अभद्रता करने का आरोप लगाया था। मामले की रिपोर्ट जाजरदेवल थाने में दर्ज कराई गई थी। पंचायत कर्मियों ने अभद्रता करने वाले प्रधान के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर कार्य बहिष्कार किया था।
बुधवार को पंचायत प्रतिनिधियों ने ग्राम प्रधान संगठन के बैनर तले कलक्ट्रेट के समक्ष रामलीला मैदान में प्रदर्शन कर बीडीओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शन करते हुए पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा कि विकास खंड में कोई भी कार्य समय से नहीं हो रहे हैं। गांव की जनता काम नहीं होने को लेकर पंचायत प्रतिनिधियों से जवाब मांग रही है। ब्लाक प्रमुख भी इस संबंध में तमाम उच्चाधिकारयों और महिला आयोग को भी पत्र लिख चुकी हैं। इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है। ग्राम प्रधान संगठनों ने ग्राम प्रधान के साथ कथित अभद्रता करने वाले प्रभारी बीडीओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शन करने वालों में नीलम, रवींद्र कुमार, निशा खड़ायत, ममता देवी, विमला देवी, रोशन वल्दिया, हेमा बिष्ट, दीपा चंद, नरेंद्र कुमार, योगेंद्र सिंह, राकेश सिंह, निर्मला देवी, संगीता देवी, विमला देवी, शमशेर सिंह, नीमा देवी, राजेंद्र सिंह, तुलसी सौन, राजेंद्र सिंह, मनीषा बिष्ट, दीपक राम, कलावती देवी, पूजा चंद, राधिका चंद, विजय कुमार, मनोज कांडपाल, विवेक जोशी, सुरेंद्र नेगी, गोपाल जोशी आदि शामिल थे।
इधर बुधवार को विकास विभाग ने प्रभारी बीडीओ को मूनाकोट विकास खंड में हुआ संबद्धीकरण खत्म कर दिया। उन्हें उनके मूल विकास खंड कनालीछीना भेज दिया गया है। जिला विकास अधिकारी गोपाल गिरी ने बताया कि विवाद के बाद प्रभारी बीडीओ ने मूनाकोट विकास खंड में सेवा कर पाने में अनिच्छा जताई थी। इस आधार पर उनका संबद्धीकरण खत्म कर दिया गया है।