राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित शिक्षकों किया सम्मानित
संवाद सूत्र, नाचनी : आज के दौर में जहां शिक्षकों के प्रति सम्मान कम हो रहा है। इस स्थिति में भ्
संवाद सूत्र, नाचनी : आज के दौर में जहां शिक्षकों के प्रति सम्मान कम हो रहा है। इस स्थिति में भी कुछ शिक्षक ऐसे हैं जो आदर्श बने हैं। जिन्हें आज भी बच्चे और अभिभावक एक आदर्श शिक्षक मानते हैं। ऐसे ही एक शिक्षक राइंका बांसबगड़ के कला शिक्षक राजीव कश्यप हैं। इस वर्ष राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित राजीव कश्यप के विद्यालय पहुंचने पर क्षेत्र की जनता ने उनका पारंपरिक ढंग से स्वागत किया। महिलाओं ने उनके स्वागत में कलश यात्रा निकाली । बाजे -गाजे के साथ पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक के साथ रैली निकाली गई।
मुनस्यारी तहसील के दुर्गम माने जाने वाले राइंका बांसबगड़ के कला शिक्षक राजीव कश्यप को इस वर्ष राज्यपाल पुरस्कार के लिए चयनित किया गया था। उनके चयन को लेकर क्षेत्र की जनता में खुशी व्याप्त थी। देहरादून में राज्यपाल पुरस्कार प्राप्त करने के बाद शिक्षक राजीव कश्यप शनिवार को विद्यालय लौटे। उनके विद्यालय आने की खबर मिलते ही क्षेत्र की जनता उनके स्वागत के लिए जुट गई। सारे काम काज छोड़ कर विद्यालय से जुड़े गांवों की महिलाएं अपनी कुमाऊंनी वेशभूषा में कलश के साथ पहुंची तो पुरु ष ढोल नगाड़ों के साथ स्वागत के लिए पहुंचे। शिक्षक के क्षेत्र में पहुंचते ही उनका कुमाऊंनी तरीके स्वागत किया गया। उनके साथ कलश यात्रा निकालती महिलाएं चली तो ढोल नगाड़ों के साथ पुरु षों की टोली चली। तो एनसीसी कैडेट्स अपनी वर्दी में शिक्षक के स्वागत को उमड़ पडे़। इस दौरान कई किमी तक रैली निकली। क्षेत्र की जनता का कहना है कि राजीव कश्यप जैसे सच्चे शिक्षक को पुरस्कार मिलने से पूरा क्षेत्र गौरवान्वित है। इस अवसर पर ग्राम प्रधान दीपा देवी, खेत भराड़ के प्रधान ईश्वर सिंह, प्रधान गूटी दिनेश चंद्र आर्या, डुंगरी की प्रधान पुष्पा देवी और क्षेत्र पंचायत सदस्य ने बांसबगड़ बाजार में शिक्षक को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस मौके पर अमृता देवी, नंदी देवी, कमला देवी, कमला जोशी , लक्ष्मी धामी, सुंदर सिंह , कार्तिक, संजू , हरीश , प्रधानाचार्य डॉ. संतोष कुमार वर्मा, विद्यालय स्टाफ, प्रधानाध्यापिका इंदु गोस्वामी,जगदीश सहित सैकड़ों लोगों ने शिक्षक का माल्यार्पण किया।