Pithoragarh News: गश्त कर रही वन विभाग की टीम के सामने धमका गुलदार, ग्रामीणों में दहशत का माहौल
चंडाक रोड पर अब आए दिन गुलदार दिखाई दे रहे हैं। टकाड़ी गांव में भी सांझ ढलते ही गुलदार दिखाई देने से ग्रामीण दहशत में हैं। बीती रात्रि चंडाक क्षेत्र में गश्त कर रही वन विभाग की टीम का जेल बैंड के पास गुलदार से आमना सामना हो गया।
पिथौरागढ़, जागरण संवाददाता। गांवों में घास कटाई के बाद छुपने की जगह कम होने से गुलदार अब अपना ट्रैक बदल रहे हैं। गुलदारों का रूख अब नए क्षेत्रों की ओर हो रहा है। चंडाक रोड पर अब आए दिन गुलदार दिखाई दे रहे हैं। टकाड़ी गांव में भी सांझ ढलते ही गुलदार दिखाई देने से ग्रामीण दहशत में हैं। बीती रात्रि चंडाक क्षेत्र में गश्त कर रही वन विभाग की टीम का जेल बैंड के पास गुलदार से आमना सामना हो गया। गुलदार काफी देर तक वन विभाग की गाड़ी के आगे खड़ा रहा।
गुलदार की आंखों में तेज रोशनी डाले जाने के बाद वह सड़क छोड़कर खाई की ओर बढ़ गया। इससे पहले मार्निंग वॉक पर जाने वाले योगेश लाल साह को वरदानी मंदिर के पास सुबह सवा पांच बजे गुलदार दिखाई दिया। उन्होंने बताया कि वरदानी मंदिर को जाने वाले पैदल मार्ग से निकला गुलदार हाल ही में बनाए गए ट्रैक रूट की ओर बढ़ गया। गुलदार उनके बीच मात्र बीस मीटर की दूरी थी।
गांव में गश्त कराए जाने की मांग
नगर के पश्चिमी छोर पर स्थित टकाड़ी गांव में भी सांझ ढलते ही गुलदार दिखाई दे रहा है। सामाजिक कार्यकर्ता सीता भारती ने कहा है कि गुलदार कई पातलू जानवरों को अपना शिकार बना चुका है। नगर में काम करने वाले गांव के कई लोग देर रात तक घरों को लौटते हैं। ऐसे लोगों पर खतरा बना हुआ है। उन्होंने वन विभाग से गांव में गश्त कराए जाने की मांग की है।
अधिकारी ने कही यह बात
वन क्षेत्राधिकारी दिनेश जोशी ने कहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में गांवों के आस-पास स्थित चारागाहों में घास कटाई का काम लगभग पूरा हो जाने से अब गुलदार के लिए छुपने के स्थान कम हो गए हैं। इससे गुलदार अपने ट्रैक बदल रहा है। अब नए स्थानों पर भी गुलदार दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि गुलदार का खतरा कम नहीं हुआ है। लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।