धारचूला के क्वारंटाइन सेंटर में रातभर पानी के लिए तड़पते रहे लोग, रात को खिलाई खिचड़ी तो सुबह नाश्ते को भी नहीं पूछा
पिथौरागढ़ के धारचूला संस्थागत क्वारंटाइन सेंटर में रखे गए लोग रातभर पानी के लिए तड़पते रहे।
धारचूला, जेएनएन : संस्थागत क्वारंटाइन सेंटरों की व्यवस्थाओं में सुधार के तमाम निर्देशों के बाद भी व्यवस्थाएं पटरी पर नहीं आ पा रही हैं। बीती रात लंबा सफर कर धारचूला फायर स्टेशन क्वारंटाइन सेंटर में पहुंचे लोगों को पानी तक मयस्सर नहीं हुआ। दर्जनों लोग सुबह नाश्ते के लिए तड़पते रहे। परेशान लोगों ने कहा प्रशासन व्यवस्थाएं नहीं कर सकता तो उन्हें होम क्वारंटाइन में भेज दिया जाए।
बीती रात्रि दर्जन भर लोग संस्थागत क्वारंटाइन के लिए फायर स्टेशन पहुंचे। बमुश्किल इन लोगों को कमरे मिल पाए। देर रात तक इंतजार करने के बाद खाने को खिचड़ी मिली। सेंटर में पानी का कोई इंतजाम नहीं था। रात में शौच आदि के लिए भी लोगों को पानी नहीं मिल सका। पीने के लिए थोड़ा बहुत पानी उपलब्ध कराया गया। रात में कई लोग पीने के पानी के लिए भी परेशान रहे। व्यवस्थाएं देख रहे लोगों ने सुबह पानी का टैंकर सेंटर में भेजे जाने का भरोसा दिया, लेकिन टैंकर नहीं पहुंचा। आस पास के प्राकृति क स्रोतों से पानी लेकर लोगों ने अपनी दैनिक जरू रतें पूरी की। सेंटर में रह रही लक्ष्मी देवी, महेंद्र सिंह, मनमोहन सिंह ने बताया कि सेंटर में बिजली भी नहीं है। उन्हें अंधेरे में रात बितानी पड़ रही है। परेशान लोगों ने कहा कि प्रशासन उनके लिए व्यवस्थाएं नहीं कर सकता है तो उनकी स्वास्थ जांच कर उन्हें होम क्वारंटाइन कर दिया जाए। ऐसी स्थितियों में वे संस्थागत क्वारंटाइन में नहीं रह सकते हैं।
इधर उपजिलाधिकारी एके शुक्ला ने कहा है कि सेंटर की सभी व्यवस्थाओं को दुरू स्त करने के लिए कर्मचारियों को दिशा निर्देश दे दिए गए हैं।