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कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग पर मलबा आने से एक घंटे फंसा यात्रा दल

जेएनएन पिथौरागढ़ जिले में शुक्रवार को वर्षा का वेग तो कम हो गया है गुरु वार रात की बारिश

By JagranEdited By: Published: Fri, 12 Jul 2019 10:31 PM (IST)Updated: Fri, 12 Jul 2019 10:31 PM (IST)
कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग पर मलबा आने से एक  घंटे फंसा यात्रा दल
कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग पर मलबा आने से एक घंटे फंसा यात्रा दल

जेएनएन, पिथौरागढ़: जिले में शुक्रवार को वर्षा का वेग तो कम हो गया है गुरु वार रात की बारिश से मलबा आने से कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग लगभग चार घंटे बंद रहा। इस दौरान यात्रा में जा रहा आठवां कैलास मानसरोवर यात्रा दल एक घंटे फंसा रहा। दारमा और चौंदास घाटी का तीसरे दिन भी शेष जगत से संपर्क कटा रहा। थल के अस्याली गांव में मकान की सुरक्षा दीवार बहने से दो मकानों को खतरा पैदा हो गया है। मुनस्यारी के वनिक गांव में हुए भूस्खलन से मकानों को खतरा पैदा हो गया है। जौलजीवी- मुनस्यारी मार्ग पर बीआरओ की सुरक्षा दीवार पहली ही बारिश में ध्वस्त हो गई है।

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जिले में पिछले 24 घंटों के बीच डीडीहाट और बेरीनाग तहसील क्षेत्रों में सबसे अधिक वर्षा हुई। धारचूला में बारिश से कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग पर पांगला के पास मलबा आने से मार्ग लगभग चार घंटे बंद रहा। इस दौरान धारचूला से प्रथम पैदल पड़ाव बूंदी जा रहा आठवां दल लगभग एक घंटे फंसा रहा। बीआरओ द्वारा मलबा हटाए जाने के बाद दल आगे बढ़ा। वहीं तवाघाट- सोबला-दारमा और नारायण आश्रम मार्ग तीसरे दिन भी यातायात के लिए बंद रहा। खेत के पास भारी मलबा आने से यातायात ठप है। इसके अलावा दो अन्य स्थानों पर भी मलबा आया है।

थल से मिली जानकारी के अनुसार तुरगोली-मालाझूला सड़क सातवें किमी में मलबा आने से बंद हो चुकी है। लोगों को पैदल चलना पड़ रहा है। मार्ग किनारे नालियां नहीं बने होने से सारा मलबा सड़क पर आ चुका है। वहीं अस्याली गांव में हुए भू स्खलन से एक मकान के आंगन की सुरक्षा दीवार बहने से सुरेश रजवार का मकान खतरे में आ गया है। सुरेश के मकान से सटा तुलसी देवी के मकान को भी खतरा पैदा हो गया है।

मुनस्यारी से मिली जानकारी के अनुसार पहली बारिश में ही बीआरओ के कार्य की पोल खुल चुकी है। जौलजीवी-मुनस्यारी मार्ग पर बीते दिनों बनाई गई सुरक्षा दीवार ढह चुकी है। वनिक और गिरगांव में जमीन धंस चुकी है। मकानों को खतरा पैदा हो गया है। तहसील मुख्यालय से तहसीलदार के निर्देश पर राजस्व टीम गांव पहुंची है। बताया जा रहा है कि शीघ्र सुरक्षा के इंतजाम नहीं होने पर कई मकान खतरे में आ सकते हैं। जोशा और दूनामानी के बीच बहे पुल के स्थान पर ग्रामीण डंडे डाल कर आवाजाही कर रहे हैं। स्कूली बच्चे भी इस अस्थाई व्यवस्था के तहत विद्यालय पहुंच रहे हैं। ============= 24 घंटों के भीतर हुई वर्षा डीडीहाट--- 52 एमएम

बेरीनाग --- 45 एमएम

मुनस्यारी-- 29एमएम

धारचूला -- 13.40 एमएम

पिथौरागढ़ -- 7 एमएम

गंगोलीहाट -- 10 एमएम


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