Move to Jagran APP

अब पहाड़ पर पारा बढ़ने पर छूटे पसीने

संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: पहाड़ों में भी सूरज आग उगलने लगा है। 24 घंटे के भीतर ही पारा तीन ि

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 May 2018 04:27 PM (IST)Updated: Tue, 22 May 2018 10:10 PM (IST)
अब पहाड़ पर पारा बढ़ने पर छूटे पसीने
अब पहाड़ पर पारा बढ़ने पर छूटे पसीने

संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: पहाड़ों में भी सूरज आग उगलने लगा है। 24 घंटे के भीतर ही पारा तीन डिग्री उपर चला गया। घाटी वाले इलाकों में भीषण गर्मी से लोग बेहाल है। मंगलवार को बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा।

loksabha election banner

जिले के घाटी वाले इलाके धारचूला, झूलाघाट, जौलजीवी, मदकोट, थल, रामेश्वर में अधिकतम तापमान में 38 डिग्री सेंटीग्रेट दर्ज हुआ। न्यूनतम तापमान 25 डिग्री के आसपास रहा। जिला मुख्यालय में मंगलवार को अधिकतम तापमान 34.2 डिग्री सेंटीग्रेट दर्ज हुआ जबकि न्यूनतम तापमान 18.2 डिग्री रहा। बढ़ते तापमान से जनजीवन पर भी असर पड़ रहा है। घाटी वाले कस्बों में लोगों ने सुबह-सुबह ही खरीदारी कर ली। 12 बजे बाद बाजारों में सन्नाटा छा गया। सूरज डूबने के बाद ही लोग बाजारों में निकले। जिला मुख्यालय में भी दोपहर में बाजार सुनसान रहे। बाजारों में सन्नाटा पसरे रहने से व्यापारी खाली हाथ बैठे रहे।

मंगलवार को जिले के वातावरण में धुंध छाई रही। जिला मुख्यालय से आस-पास की पहाड़ियां भी नहीं दिखाई दी। जिले में हिमालय दर्शन के लिए आए पर्यटक भी हिमालय नहीं दिख पाने से खासे मायूस दिखे। धुंध के चलते तमाम लोगों ने आंखों में जलन की शिकायत की तो सांस के रोगी भी खासे परेशान रहे। मौसम विभाग के मुताबिक अगले दो दिनों तक बरसात की उम्मीद कम है।

................ पिछले चार वर्षो में मई तीसरे सप्ताह का औसत तापमान

वर्ष अधिकतम न्यूनतम 1. 2014 33.4 डिग्री 19.1 डिग्री

2. 2015 34.8 डिग्री 20.4 डिग्री

3. 2016 36.1 डिग्री 21 डिग्री

4. 2017 35.4 डिग्री 18.9 डिग्री (वर्ष 2018 में 22 मई को जिला मुख्यालय में अधिकतम तापमान 34.2 डिग्री और न्यूनतम तापमान 18.2 डिग्री दर्ज हुआ )

पिछले एक दशक में जिले का अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेंटीग्रेट से ऊपर ही चल रहा है। पिछले चार वर्षो में यह 35 डिग्री के आस-पास तक पहुंच रहा है। तापमान में बढ़ोत्तरी का कारण ग्लोबल वार्मिग ही है। बढ़ती गर्मी को रोकने के लिए अधिक से अधिक पेड़ लगाए जाने की जरू रत है। ललित मोहन कापड़ी, पर्यावरण प्रेमी

फोटो फाइल: 22 पीटीएच 17


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.