नेपाली नागरिकों की भोजन व्यवस्था कर एनएचपीसी निभा रही है सौहार्द की मिसाल
भारत के पिथौरागढ़ में फंसे सैकड़ों नेपाली नागरिकों को एनएचपीसी भोजन उपलब्ध करा रहा है।
पिथौरागढ़/धारचूला, जेएनएन : भारत-नेपाल सीमा सील होने के कारण भारत में फंसे सैकड़ों नेपाली नागरिकों के भोजन से लेकर चिकित्सा सुविधा को एनएचपीसी की धौली गंगा जल विद्युत परियोजना आगे आ गई है। सैकड़ों मजदूरों को खाना खिलाते हुए उनका नियमित चिकित्सकीय परीक्षण किया जा रहा है।
परियोजना के मुख्य महाप्रबंधक विश्वजीत बासु के निर्देशन में स्पोर्ट्स स्टेडियम और निंगालपानी में लगाए गए राहत केंद्रों में शुक्रवार से तीन समय के भोजन की व्यवस्था की गई है। इस दौरान चिकित्सकों द्वारा मजदूरों का चिकित्सा परीक्षण किया गया। शिविरों में महिला, बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल हैं। शिविरों में शारीरिक दूरी का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। इतना ही नहीं राहत कैंपों में रह रहे नेपाली नागरिकों की आवश्यक सुविधाओं को उपलब्ध कराने और व्यवस्था बनाए रखने के लिए अधिकारियों की ड्यूटी तय की गई है। जिलाधिकारी डॉ. वीके जोगदंडे ने एनएचपीसी के इस कार्य की सराहना करते हुए आभार जताया है। ========= फंसे लोगों की मदद के लिए आइटीबीपी आगे आई पिथौरागढ़: नगर के निकट सातसिलिंग इंटर कॉलेज राहत केंद्र में रखे गए फंसे बिहारी और नेपाली मजदूरों की मदद के लिए 14 वीं वाहिनी आइटीबीपी आगे आ गई है। बल ने अपने जवानों और अधिकारियों द्वारा जमा किए गए धन से चावल,आटा, तेल, नमक ,साबुन व अन्य सामान उपलब्ध कराया। तिलढुकरी में अधिवक्ता अनिल रौतेला डब्बू के नेतृत्व में स्थानीय लोग भोजन, नाश्ता आदि बना कर राहत शिविर में रखे गए मजदूरों को बांटा जा रहा है।डीएम डॉ. वीके जोगदंडे ने दोनों स्थानों पर राहत शिविर का निरीक्षण किया और शारीरिक दूरी बनाए रखने के निर्देश दिए। ======== सीमांत के ग्रामीण मदद को आगे आए फायरबिग्रेड भवन में रखे गए 28 नेपाली नागरिकों की मदद के लिए ग्रामीण आगे आ चुके हैं। ग्राम प्रधान विरेंद्र दुग्ताल के नेतृत्व में हर्षावती सोनाल, सुंदर दुग्ताल, नारायण सौनाल, पदम सिंह, प्रेम सोनाल, रमेश सोनाल, आदि ने नेपाली मजदूरों को एक कुंतल चावल, 30 किग्रा दाल, तेल व खाद्य सामग्री बांटी।