धर्मशाला और प्राथमिक विद्यालयों में रखे गए हैं नेपाली नागरिक
लॉकडाउन के चलते भारत नेपाल सीमा पर फंसे नेपाली नागरिकों को पिथौरागढ़ जिला प्रशासन ने सुविधा मुहैया कराई है।
पिथौरागढ़/ झूलाघाट/ धारचूला, जेएनएन : लॉकडाउन के चलते भारत नेपाल को जोड़ने वाले अंतर्राष्ट्रीय झूला पुल बंद होने से झूलाघाट क्षेत्र में फंसे नेपाली नागरिकों को मंदिर की धर्मशाला और प्राथमिक विद्यालयों में रखा गया है। नेपालियों के भोजन की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा की गई है।
भारत नेपाल सीमा लॉकडाउन के चलते दोनों देशों द्वारा सील कर दी गई है। सीमा सील होने के बाद भारी संख्या में नेपाली मजदूर भारत में फंस गए थे। बीते दिनों झूलाघाट, धारचूला, बलुवाकोट, जौलजीवी, ड्यौड़ा में फंसे कुछ मजदूर तो भारत और नेपाल के प्रशासन के बीच वार्ता के बाद स्वदेश चले गए थे, परंतु बाद में लॉक डाउन के दौरान नेपाल ने अपनी सीमा नौ अप्रैल तक सील कर दी है और भारत की तरफ लॉकडाउन 15 अप्रैल तक है। इसके बाद फंसे नेपालियों को भारत में राहत केंद्र बना कर रखा गया है।
धारचूला में स्पोर्ट्स स्टेडियम, काजी हाउस, बलुवाकेाट में जीआइसी और जौलजीवी में जीआइसी में रखा गया है। इधर झूलाघाट में बीते तीन दिनों के बीच दूरस्थ क्षेत्रों में मजदूरी कर रहे नेपाली मजदूर पहुंचे। प्रशासन द्वारा तालेश्वर गिठीगाड़ा में धर्मशाला, बनड़ा, जामिरपानी और रज्यूड़ा में प्राथमिक विद्यालयों में रखा गया है। राजस्व उप निरीक्षक गोपाल डीनिया ने बताया कि सभी केंद्रों पर खाद्यान्न की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा की गई है। झूलाघाट प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की चिकित्सा टीम द्वारा नेपालियों की जांच कर रही है। डॉ. सचिन प्रकाश देवल ने बताया कि सभी 57 नेपाली नागरिकों की जांच हो चुकी सभी सामान्य हैं। थानाध्यक्ष महेश चंद्र ने बताया कि राहत केंद्रों पर पुलिस जवान ड्यूटी दे रहे हैं।