नेपाल सीमा सील, ट्यूब से तस्करी
कोरोना से बचाव के लिए सील नेपाल सीमा तस्करों के लिए सौगात लेकर आयी है। तस्कर पंचेश्वर से जौलजीवी के बीच काली नदी को ट्यूब के सहारे पार कर रहे हैं।
संवाद सूत्र, झूलाघाट (पिथौरागढ़) : कोरोना से बचाव के लिए सील नेपाल सीमा तस्करों के लिए सौगात लेकर आई है। पंचेश्वर से जौलजीबी के बीच तो काली नदी को ट्यूब के सहारे पार कर भारत का माल नेपाल और नेपाल का माल भारत पहुंचा रहे हैं। हालांकि इनके खिलाफ एसएसबी और नेपाल सशस्त्र बल के जवान कार्रवाई का दावा करते हैं, लेकिन हालात जस के तस बने हैं।
भारत-नेपाल सीमा को जोड़ने वाले झूलाघाट, लाली, जौलजीबी, बलुवाकोट व धारचूला पुल बंद हैं। तस्करों ने इसका काट निकाल लिया है। वह काली नदी को ट्यूब के सहारे पार कर बेखौफ आवाजाही कर रहे हैं। यह मनमानी किसी दिन सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन जाएगी। खासकर नेपाल और चीन के बीच बढ़ी तनातनी के बाद तो और।
इनकी हो रही तस्करी
भारत से अवैध रूप से बीड़ी, चप्पल, खाद्य तेल, कपड़ा, बर्तन, इलेक्ट्रानिक सामान और दवाइयां नेपाल भेजी जा रही हैं। नेपाल से प्रतिबंधित खुकुरी सिगरेट पिथौरागढ़ तक पहुंच रही है। यहां से हो रही तस्करी
पंचेश्वर से जौलजीबी के मध्य सप्तड़ी, बलतड़ी, कानड़ी, सीमू, तालेश्वर, सिमपानी, खर्कतड़ी, अमतड़ी, डोडा, चकद्वारी के पास काली नदी को पार कर तस्करी हो रही है। हालांकि सीमा पर एसएसबी तैनात है, पुलिस भी गश्त करती है। ऐसे में भारत-नेपाल के बीच तस्करी को लेकर सवाल उठने लगे हैं। अभी तस्कर ट्यूब के सहारे एक व्यक्ति को नदी पार कराने के दो से पांच हजार रुपये तक लेते हैं। लाकडाउन के दौरान से ही चोरी-छिपे यह खेल जारी है।
वर्जन
पुलिस लगातार गश्त कर रही है। अवैध आवाजाही और तस्करी पर हमारी नजर है। अवैध ढंग से ट्यूब के सहारे आवाजाही और तस्करी का कोई भी मामला मिलते ही कठोर कार्रवाई की जाएगी।
-तारासिंह राणा, थानाध्यक्ष, झूलाघाट