इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्डस में दर्ज हुआ पर्वतारोही मनीष का नाम
पिथौरागढ़ जिले के मनीष कसनियाल का नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्डस में दर्ज हुआ है। मनीष राजकीय महाविद्यालय पिथौरागढ़ में एमए इतिहास प्रथम सेमेस्टर के छात्र हैं।
पिथौरागढ़, जेएनएन। सबसे कम उम्र में नंदा लपाक चोटी फतह करने वाले पिथौरागढ़ जिले के मनीष कसनियाल का नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्डस में दर्ज हुआ है। साहसिक खेलों की संस्था इंट्रैंसिक क्लाइंबर्स एंड एक्सप्लोलर्स (आइस) को शीतल राज के बाद मनीष के रू प में इस वर्ष की यह दूसरी बड़ी सफलता मिली है। मनीष राजकीय महाविद्यालय पिथौरागढ़ में एमए (इतिहास) प्रथम सेमेस्टर के छात्र हैं।
भारतीय पर्वतारोहण संस्थान अल्मोड़ा की ओर से आयोजित नंदा देवी आरोहण अभियान में बतौर लाइजन ऑफीसर तैनात 25-वर्षीय मनीष ने नंदा लपाक चोटी (5783 मीटर) को पश्चिमी छोर से चढ़कर फतह किया। पश्चिमी छोर से पहली बार इस चोटी का आरोहण हुआ है। इससे पहले वर्ष 2009 में ब्रिटिश पर्वतारोही मार्टिन मोरन ने दक्षिणी छोर से यह चोटी फतह की थी। नंदा लपाक तक पहुंचने के लिए मनीष को 5000 मीटर ऊंची एक अनाम चोटी से होकर गुजरना पड़ा। इसे उन्होंने 'वासुदेव धार' नाम दिया है। भारतीय पर्वतारोहण संस्थान ने उनकी इस उपलब्धि को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्डस में दर्ज कराने के लिए भेजा।
आइस संस्था के निदेशक एवं वरिष्ठ पर्वतारोही पुरमल सिंह धर्मशक्तू ने बताया कि मनीष को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्डस में जगह मिलना जिले के लिए बड़ी उपलब्धि है। कहा कि इससे पूर्व संस्था की 22-वर्षीय पर्वतारोही शीतल राज कंचनजंगा चोटी का आरोहण कर चुकी हैं। इस चोटी को फतह करने वाली वह विश्व की सबसे कम उम्र की पर्वतारोही हैं। मनीष ने अपनी इस सफलता का श्रेय संस्था के सचिव बासुदेव पांडे 'बासु' को दिया। विदित हो कि मनीष गत पांच अक्टूबर को नंदा लपाक चोटी के आरोहण को निकले थे। 13 अक्टूबर को उन्होंने 5783 मीटर ऊंची यह चोटी फतह की।
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