विद्यार्थियों के समर्थन में आई मातृशक्ति
संवाद सहयोगी पिथौरागढ़ राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में पुस्तकों और प्राध्यापकों की कमी क
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में पुस्तकों और प्राध्यापकों की कमी को दूर करने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन में शनिवार को मातृशक्ति भी उतर आई। महिला अभिभावकों ने नगर में जुलूस निकाला और महाविद्यालय की समस्याओं को दूर किए जाने की मांग की।
दो मांगों को लेकर महाविद्यालय के छात्र- छात्राएं पिछले 20 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं, अभी तक इन मांगों को पूरा करने के लिए विश्वविद्यालय स्तर से कोई पहल नहीं हुई है। शनिवार को आंदोलन के समर्थन में महिला अभिभावकों ने नगर में जुलूस निकाला। कलक्ट्रेट पहुंची महिलाओं ने कहा कि कुमाऊं के दूसरे सबसे बडे़ महाविद्यालय में प्राध्यापकों और पुस्तकों की कमी छात्र-छात्राओं पर भारी पड़ रही है। महिलाओं ने कहा कि छात्र-छात्राओं की मांग पर ध्यान नहीं देना उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ है और इसे अभिभावक बर्दाश्त नहीं करेंगे। महिलाओं ने कहा कि वर्ष 1973 में अलग विश्वविद्यालय की माग को लेकर चल रहे आंदोलन के दौरान हुए गोलीकांड के बाद महिलाएं भी सड़कों पर उतरी थी। सरकार फिर उन्हें ऐसा कदम उठाने के लिए मजबूर न करें। जल्द मांगें पूरी नहीं किए जाने पर महिला अभिभावकों ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। छात्र-छात्राओं ने अपनी मांगों को लेकर रामलीला मैदान में धरना दिया।
इधर राकेश जोशी ने कहा कि तमाम सांस्कृतिक संगठनों से भी आंदोलन को समर्थन मिल रहा है। जनपद से बाहर के तमाम संगठनों ने जल्द पिथौरागढ़ पहुंचने की बात कही है। शनिवार को हुए धरना प्रदर्शन में मुकुल, रजत, नीरज, मोहित, चेतना, सोनल, मंजू, बरखा, उपासना निशा आदि शामिल हुए। राजनीति विज्ञान के किशोर कुमार ने भी आंदोलन को तेज करने की चेतावनी दी है।