चीन सीमा पर स्थित अंतिम गांव कुटी में लगा चिकित्सा शिविर
चीन सीमा पर स्थित 12500 फीट की ऊंचाई पर स्थित अंतिम भारतीय गांव में स्वास्थ्य विभाग ने शिविर लगाया।
संवाद सूत्र, धारचूला : चीन सीमा पर स्थित 12500 फीट की ऊंचाई पर स्थित अंतिम भारतीय गांव में स्वास्थ्य विभाग ने चिकित्सा शिविर का आयोजन किया। इस मौके पर ग्रामीणों के स्वास्थ्य का परीक्षण करते हुए कोविड जांच की गई। पूरी व्यास घाटी में एंटीजन जांच में सभी ग्रामीणों के निगेटिव मिलने से प्रशासन ने राहत की सांस ली है।
बीते सप्ताह रं कल्याण संस्था के तत्वावधान में भी व्यास घाटी के चीन सीमा से लगे सात गांवों के ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया था। संस्था ने प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से गांवों में कोविड जांच की भी मांग की थी। इस मांग पर अंतिम भारतीय गांव कुटी में चिकित्सा विभाग ने शिविर लगा कर ग्रामीणों का परीक्षण किया। डा. अमीर आलम के नेतृत्व में फार्मासिस्ट देवेंद्र थापा, निखिल फिरमाल, गौरव जिमवाल, आशा कल्पना बुदियाल,एएनएम कविता रौंकली, रवि, हिमांशु लैब तकनीशियन विवेक गुंज्याल, भरत बिष्ट की टीम ने चीन सीमा से लगे गांवों के 313 लोगों की एंटीजन टेस्ट किए। जिसमें सभी निगेटिव मिले ।
डा. अमीर आलम ने बताया कि शिविर के दौरान कुल चार सौ लोगों के स्वास्थ्य का परीक्षण किया गया। उच्च हिमालयी गांवों में एक भी व्यक्ति गंभीर बीमारी वाला नहीं मिला। हल्के बुखार, खांसी और जुकाम की शिकायत वाले रोगी मिले, परंतु जांच में कोई भी कोविड संक्रमित नहीं मिला। एसडीएम एके शुक्ला और प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. एमके जायसवाल ने भी शिविर का निरीक्षण किया। रं यूथ फोरम के अध्यक्ष हरीश कुटियाल और जयेंद्र फिरमाल ने कहा कि व्यास और दारमा के ग्रामीणों को वैक्सीनेशन के लिए धारचूला आने जाने में चार हजार रु पये व्यय करने पड़े हैं। उन्होंने प्रशासन और विभाग से उच्च हिमालयी गांवों के ग्रामीणों के वैक्सीनेशन की व्यवस्था क्षेत्र में ही कराने की मांग की है।