भारत-चीन युद्ध में शहीद का गांव मूलभूत सुविधाओं से वंचित
भारत-चीन युद्ध में शहीद हुए जिला मुख्यालय के नजदीकी नाखेत गांव के बहादुर सिंह का गांव मूलभूत सुविधाओं से जूझ रहा है।
पिथौरागढ़, जेएनएन: भारत-चीन युद्ध में शहीद हुए जिला मुख्यालय के नजदीकी नाखेत गांव के बहादुर सिंह का गांव मूलभूत सुविधाओं से जूझ रहा है। गांव में अभी तक सड़क मार्ग नहीं बन सका है। पेयजल स्टोरेज के लिए टैंक भी नहीं है। गांव के अधिकांश ग्रामीण खेतीबाड़ी कर ही अपना जीवनयापन करते हैं। कई बार मांग करने के बाद भी समस्याओं का समाधान नहीं होने से ग्रामीण खासे आहत हैं।
वर्ष 1962 में हुए भारत-चीन युद्ध में विकासखंड मूनाकोट के आठगांव शिलिंग क्षेत्र के ग्राम पंचायत देवदार के नाखेत गांव निवासी 6 कुमाऊं रेजिमेंट के नायक बहादुर सिंह शहीद हो गए थे। इस युद्ध में अदम्य साहस के लिए उन्हें वीर चक्र से सम्मानित किया गया। देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले इस वीर सपूत की याद में वर्ष 2008-09 में तत्कालीन काबीना मंत्री स्व. प्रकाश पंत द्वारा विधायक निधि से उनके नाम से बड़ाबे रोड स्थित गांव की सीमा पर एक शहीद द्वार बनाया गया, मगर गांव में अभी भी मूलभूत सुविधाओं का अभाव बना हुआ है। शहीद के भतीेजे गोविंद सिंह ने बताया कि ग्रामीण लंबे समय से सड़क की मांग कर रहे हैं। संगाटा से नाखेत तक डेढ़ वर्ष पूर्व सड़क निर्माण कार्य शुरू हुआ था, वह भी अधर में लटक गया है। सड़क के अभाव में ग्रामीणों को एक किमी पैदल चढ़ाई चलकर मुख्य मार्ग में पहुंचना पड़ता है। शहीद के चचेरे भाई जनक सिंह ने बताया कि शहीद द्वार से गांव को जोड़ने वाला पैदल रास्ता भी खस्ताहाल बना हुआ है। सीसी मार्ग की मांग को लेकर कई बार जनप्रतिनिधियों से लेकर अधिकारियों को भी अवगत कराया जा चुका है, मगर समस्या जस की तस बनी हुई है। जनक सिंह ने बताया कि गांव में पानी पर्याप्त मात्रा में है, मगर पेयजल स्टोरेज के लिए टैंक का अभाव बना हुआ है। ग्राम प्रधान रोशन वल्दिया ने कहा कि चुनाव के समय नेताओं द्वारा गांव में पहुंचकर तमाम आश्वासन दिए जाते हैं, मगर चुनाव संपन्न के बाद ग्रामीणों की कोई सुध नहीं ली जाती है।
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नाखेत गांव भारत-चीन युद्ध में शहीद हुए वीर चक्र विजेता बहादुर सिंह का गांव है। 11 वर्ष पूर्व स्व. प्रकाश पंत द्वारा शहीद के नाम पर नाखेत में शहीद द्वार बनाया गया था। उनके जाने के बाद गांव में जो भी मूलभूत समस्याएं वर्तमान में बनी हुई हैं, उन्हें दूर करना मेरी प्राथमिकता रहेगी।
-चंद्रा पंत, विधायक पिथौरागढ़