कलशयात्रा के साथ हंसेश्वर मठ में माघ महोत्सव का श्रीगणेश
पिथौरागढ़ में अस्कोट क्षेत्र के नेपाल सीमा पर काली नदी किनारे स्थित प्रसिद्ध हंसेश्वर मठ में माघ महोत्सव का श्रीगणेश हुआ।
तीतरी(पिथौरागढ़), जेएनएन : अस्कोट क्षेत्र के नेपाल सीमा पर काली नदी किनारे स्थित प्रसिद्ध हंसेश्वर मठ में माघ महोत्सव का आगाज हो चुका है। मठ के शिवलिंग पर जलाभिषेक के लिए काली और गोरी नदी के संगम स्थल जौलजीवी से महिलाएं कलश से पानी लेकर पहुंची। जलाभिषेक और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ महोत्सव का आरंभ हुआ।
हंसेश्वर मठ पर बीसवां माघ महोत्सव शनिवार से शुरू हो गया है। माघ महोत्सव के दौरान हंसेश्वर मठ के निकट काली नदी में बने सूरजकुंड में पवित्र स्नान होगा। मान्यता है कि त्रेता युग में भगवान शंकर और पार्वती ने अपने पुत्र कार्तिकेय की खोज में हंस रू प में यहां पर स्नान किया था। जिसके चलते इस स्थल का नाम हंसेश्वर पड़ा। माघ माह में इस स्थल पर स्नान से मोक्ष प्राप्त होने की मान्यता है। माघ महोत्सव के लिए दूर -दूर से साधु संत पहुंचने लगे हैं।
मठ में माघ महोत्सव स्थल पर पूर्व जिपं अध्यक्ष वीरेंद्र बोहरा ने फीता काट कर महोत्सव का शुभारंभ किया। पूजा,हवन के साथ ही महोत्सव में कथा का वाचन प्रारंभ हुआ। प्रतिदिन सुबह 11 बजे से सायं चार बजे तक कथा प्रवचन और फिर भंडारा होगा। महोत्सव आगामी चार फरवरी तक होगा। बसंत पंचमी का दिन मुख्य दिन रहेगा। इस तिथि पर किशोरों का निश्शुल्क जनेऊ संस्कार किया जाएगा। इस मौके पर मठ के महंत परमानंद गिरि, क्षेत्र के प्रमुख लोग ललित पाल, कमान सिंह कठायत सहित अन्य लोग मौजूद थे।