नेपाली पेंशनरों के लिए दूसरे दिन भी खुला पुल, 239 पेंशनरों को दो करोड़ पांच लाख की पेंशन का वितरण
नेपाली पेंशनरों के लिए मंगलवार को दूसरे दिन भी अंतरराष्ट्रीय झूला पुल खुला।
झूलाघाट, जेएनएन : नेपाली पेंशनरों के लिए मंगलवार को दूसरे दिन भी अंतरराष्ट्रीय झूला पुल खुला। दूसरे दिन 239 पेंशनर्स को दो करोड़ पांच लाख की पेंशन का बैंक से वितरण किया गया।
एसएसबी के पुल इंचार्ज एसआइ कृष्णानंद नगरकोटी ने बताया कि मंगलवार को नेपाल से 478 लोग भारत आए और भारत से 424 लोग नेपाल गए। जिनमें पेंशनर्स और उनके साथ आए परिजन शामिल रहे। नेपाल पुल पर चिकित्सक डा. कल्पित रौतेला, फार्मासिस्ट हरीश सिंह रावत ने प्रत्येक आने जाने वाले की थर्मल स्क्रीनिंग की और स्वास्थ्य संबंधी जानकारी लेकर ही प्रवेश करने दिया। वहीं थानाध्यक्ष तारा सिंह राणा के नेतृत्व में पुलिस जवानों ने सभी नेपालियों को मास्क पहनने के लिए प्रेरित किया।
एसबीआइ के प्रबंधक विवेक यादव ने बताया कि दूसरे दिन 239 पेंशनर्स को दो करोड़ पांच लाख की पेंशन बांटी गई। सोमवार को 97 लाख की पेंशन का वितरण किया गया। इस मौके पर भी से जीवित प्रमाण पत्र भी मांगे गए। पुल खुलने से झूलाघाट बाजार में चहल पहल रही। नेपाल वापस नहीं लौटे नेपाली पेंशनर्स के लिए पुलिस और प्रशासन द्वारा जीआइसी और शिशु मंदिर में रहने की व्यवस्था की गई है। इधर सीमांत के स्थानीय व्यापारियों ने पेंशनरों के अलाव पुल को आम जनता के लिए भी खोलने की मांग प्रशासन से की है। उन्होंने कहा कि व्यापारियों का पैसा नेपाल में फंसा हुआ है। पुल से नेपाल न जाने के कारण उनका लाखों रुपया कर्ज के रूप में नेपाल में अटका हुआ है। जिस कारण उन्हें आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।