अस्पताल के लिए भूमि आवंटित नहीं होने से जौलजीबी के व्यापारी भड़के
समाज कल्याण के खाली पड़ी भूमि अस्पताल के लिए हंस्तांतरण न किए जाने पर व्यापारियों में आक्रोश है।
जौलजीबी (पिथौरागढ़), जेएनएन : समाज कल्याण के खाली पड़ी भूमि अस्पताल के लिए चिकित्सा विभाग को सौंपे जाने की बाधा बताए जाने पर नेपाल सीमा से लगे जौलजीबी के व्यापारी और जनता भड़क गई है। व्यापारियाें और नागरिकों ने सड़क पर उतर कर नारेबाजी की। शीघ्र इस मामले में सकारात्मक पहल नहीं होने पर उग्र आंदोलन की धमकी दे दी है।
नेपाल सीमा से लगे जौलजीबी में चिकित्सालय के लिए भवन नही है। जिसे लेकर बीते दिनों क्षेत्र के जनप्रतिनिधि जिलाधिकारी से मिले थे। जनप्रतिनिधियों ने समाज कल्याण विभाग की खाली पड़ी भूमि पर चिकित्सालय बनाने की मांग की थी। अस्पताल खोलने की मांग की थी। इस मांग पर स्वीकृति की मुहर लगी। इसके बाद भी भूमि अस्पताल भवन के लिए आवंटित नहीं हुई है।
इस संबंध में समाज कल्याण अधिकारी द्वारा बताया बताया गया कि उक्त भूमि 4 अगस्त 2018 संयुक्त निदेशक जनजाति कल्याण देहरादून द्वारा दूरभाष से मौखिक रू प से एक महिला स्वयं सहायता समूह को स्वयं का व्यवसाय चलाने के लिए दी गई है। जनता कहना है कि स्वयं सहायता समूह द्वारा इस भूमि पर आज तक कोई कार्य नहीं किया गया है। जिसे देखते हुए शासन, प्रशासन से अविलंब भूमि अस्पताल के लिए देने की मांग की है। भूमि नहीं मिलने पर सीमांत की जनता ने उग्र आंदोलन की धमकी दी है।
प्रदर्शन करने वालों में संरक्षक व्यापार मंडल शंकुतला दताल, अध्यक्ष धीरेंद्र धर्मशक्तू, ग्राम प्रधान पुष्पा देवी, क्षेपं सदस्य रेखा देवी, व्यापार संघ उपाध्यक्ष भूपाल चंद, पूर्व अध्यक्ष दौलत चंद, अफरोज, ममंद अध्यक्ष भागीरथी दताल, पूर्व प्रधान जानकी बुर्फाल, गायत्री दताल, ललित, उपेंद्र पाल, शेखर दताल आदि शामिल थे।