INDO-NEPAL BORDER : नेपाल से पथराव के खिलाफ भारत में आक्रोश, विरोध में बाजार और अंतरराष्ट्रीय पुल किया बंद
INDO-NEPAL BORDER नेपाल की तरफ से हुए विवाद को लेकर भारत में आक्रोश व्याप्त है। वहीं घटना के विरोध में व्यापार मंडल के नेतृत्व में सोमवार सुबह अंतरराष्ट्रीय पुल बंद कर दिया और धारचूला बाजार बंद रखा।
टीम जागरण, पिथौरागढ़ : INDO-NEPAL BORDER : काली नदी का कटाव रोकने को भारत की ओर से तटबंध निर्माण के दौरान रविवार को नेपाल की तरफ से हुए पथराव, नेपाल पुलिस के पुल बंद करने व लाठीचार्ज किए जाने से भारत में आक्रोश बढ़ गया।
सोमवार सुबह धारचूला के व्यापारियों व स्थानीय लोगों ने अंतरराष्ट्रीय झूलापुल पर एकत्र होकर तीन घंटे तक एसएसबी को पुल नहीं खोलने दिया। इससे नेपाल से मजदूरी व खरीदारी करने के अलावा पढ़ने के लिए भारत आने वाले छात्र-छात्राओं सहित सैकड़ों लोग नहीं आ सके।
प्रदर्शनकारियों को कार्यवाही का भरोसा दिलाकर पुल खुलवाया
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम ने मौके पर पहुंच कर प्रदर्शनकारियों को कार्यवाही का भरोसा दिलाकर पुल खुलवाया। वहीं बाद में पिथौरागढ़ के एडीएम नेपाल के दार्चुला में जिलाधिकारी से मिलने गए।
एतराज जताने के बाद नेपाली प्रशासन ने आश्वस्त किया तो पथराव करने वाले दो आरोपितों को हिरासत में ले लिया गया है। साथ ही पुल बंद होने के दौरान लाठीचार्ज करने वाले प्रहरियों (पुलिस कर्मियों) पर भी कार्रवाई होगी।
रविवार की घटना को लेकर धारचूला के व्यापारी और स्थानीय लोग गुस्से में थे। सुबह छह बजे व्यापार संघ अध्यक्ष वीएस थापा के नेतृत्व में सैकड़ों व्यापारी सीमा पुल पर पहुंच गए। दोनों देशों को जोड़ने वाले अंतरराष्ट्रीय पुल को निर्धारित समय सुबह साढ़े छह बजे एसएसबी ने खोलना चाहा तो व्यापारियों ने नहीं खोलने दिया।
नेपाली प्रहरी पर कार्रवाई की मांग को लेकर डटे
नेपाल की ओर से पुल खुल गया लेकिन वहां से आने वाले लोगों को वापस लौटना पड़ा। भारतीय व्यापारी नेपाल से पथराव करने वालों व नेपाली प्रहरी पर कार्रवाई की मांग को लेकर डटे रहे। आरोप लगाया कि नेपाल की ओर से पथराव की कई घटनाएं हो चुकी हैं लेकिन वहां की पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती।
रविवार को ही पुल खुलने के बाद भारत के लोग आने लगे तो लाठी, लात, घूंसे मारे गए जिससे कुछ लोगों को चोट आई है। आक्रोश को देखते एसडीएम दिवेश शाशनी ने मौके पर पहुंच व्यापारियों से वार्ता की। शाशनी ने बताया कि नेपाल प्रशासन को रविवार को ही सारी स्थिति से अवगत करा दिया है।
तटबंध निर्माण निर्बाध गति से चलता रहे इसके लिए प्रयास हो रहे हैं। दो दिन के भीतर पिथौरागढ़ की जिलाधिकारी रीना जोशी धारचूला पहुंच रही हैं। दार्चुला के जिलाधिकारी के साथ इस मामले को लेकर बैठक होगी।
व्यापारियों ने चेतावनी दी कि यदि दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो तीन दिन बाद भारत के व्यापारी पुल बंद कर वहीं तंबू लगाकर बैठेंगे। एसडीएम के आश्वासन पर व्यापारी शांत हुए और पुल खोला गया। पुल खुलते ही नेपाल की तरफ से लोगों का हुजूम भारत पहुंचा।
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एडीएम-एसडीएम पहुंचे नेपाल के दार्चुला
नेपाल की ओर से हुए पथराव के बाद उपजे तनाव को देखते हुए अपर जिलाधिकारी फिंचा राम चौहान व एसडीएम दिवेश शाशनी ने नेपाल के दार्चुला पहुंच कर वहां के जिलाधिकारी दिर्घराज उपाध्याय के साथ वार्ता की। एडीएम चौहान ने बताया कि दार्चुला प्रशासन ने पथराव करने वाले दो लोगों को हिरासत में लिया है।
साथ ही नेपाल प्रहरी की भूमिका में भी जांच को आश्वस्त किया है। कहा कि तटबंध निर्माण को लेकर यदि नेपाल चाहे तो दोनों देशों के अभियंताओं और विशेषज्ञों को निर्माण स्थल का भी दौरा कराया जाएगा।
इस मामले को लेकर पिथौरागढ़ प्रशासन शीघ्र ही धारचूला में एक खुली बैठक करेगा। जिसमें नेपाल के जनप्रतिनिधियों सहित विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि और आम लोगों को भी अपनी बात रखने के लिए आमंत्रित किया जाएगा।
9 दिसंबर से आंदोलन की धमकी दी
एसडीएम के आश्वासन पर व्यापारियों ने पुल और बाजार खोला। साथ ही 8 दिसंबर तक कार्रवाई नहीं होने पर 9 दिसंबर से आंदोलन की धमकी दी। इसे लेकर व्यापारियों ने जिलाधिकारी के नाम ज्ञापन एसडीएम को सौंपा।