नेपाल के बैतड़ी जिले में मानव तस्करी का भंडाफोड़
संसू, झूलाघाट (पिथौरागढ़) : भारतीय सीमा से लगे पश्चिमी नेपाल के महाकाली अंचल में नेपाल पुलिस
संसू, झूलाघाट (पिथौरागढ़) : भारतीय सीमा से लगे पश्चिमी नेपाल के महाकाली अंचल में नेपाल पुलिस से एक मानव तस्करी का भंडाफोड़ करते हुए सरगना को गिरफ्तार किया है। सरगना के अन्य तीन साथी अभी फरार चल रहे हैं। जिसमें एक महिला भी शामिल है।
बैतड़ी की एक महिला तीन माह पूर्व अपने घर से रहस्यमय ढंग से गायब हो गई थी। परिजनों द्वारा काफी खोजबीन भी की गई परंतु पता नहीं चल सका। पति ने पत्नी की फोटो वाट्सएप और फेसबुक में अपलोड की और सूचना देने की अपील की। सोशल मीडिया पर वायरल यह पोस्ट बंग्लुरू में कार्य करने वाले महिला के गांव के लोगों तक भी पहुंची। इस बीच उन्हें वह महिला भी दिख गई। जिस पर तत्काल इसकी सूचना फोन से उसके पति को दे दी। सूचना मिलते ही महिला का पति बंग्लुरु गया और वहां बेच दी गई अपनी पत्नी को छुड़ा कर सोमवार की सायं अपने गांव पहुंचा।
गांव पहुंचने के बाद महिला ने बताया कि उसकी एक महिला रिश्तेदार सहित चार अन्य लोगों ने उसकी गरीबी का हवाला देकर उसे बहलाया फुसलाया। किसी पैसे वाले से दूसरी शादी करने का प्रलोभन दिया गया। घटना पता लगने पर पति ने इस मामले में लिप्त लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने इस मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए मानव तस्करी की इस गैंग के मुखिया डडेलधुरा आलीपाल गांव, पालिका वार्ड नंबर पांच सिन्सेना (नेपाल) के गणेश बिष्ट को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में अन्य आरोपित बैतड़ी की एक महिला, डडेलधुरा आलीपाल वार्ड नंबर छह के शंकर अवस्थी और शंकर विक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है। तीनों अभी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ सके हैं। बैतड़ी के पाटन पुलिस प्रहरी उपनिरीक्षक राजेंद्र बहादुर बिष्ट ने बताया कि भारत से खुली सीमा होने के कारण पिछले 11 माह में भारत से लगे बैतड़ी जिले की 44 महिलाएं गायब हुई हैं। जिसमें तलाशी के बाद सात महिलाएं मिल चुकी हैं। 37 महिलाओं का अभी तक कुछ पता नहीं चल सका है।